देवर और भाभी प्यार
हेलो दोसतो मेरा नाम रवी सुरेजा हे.मे मुबई का रहने वाला हु.मेेरी उमर 23 साल हे.मे अकसर अनतरवासना कि कहानिया पढता रेहता हु.अेोर सोचता रेहता की मुजेबी कीसी चुत को चोद ने का मोका मिलेगा कबी.आेर अेक दीन मेरी तमना पुरी हुई.जब मेरी भाभी मेरी जीनगी मे आई.मेरी भाभी का नाम नीलीमा हे.मेरी भाभी की ऊमर 22 साल हे.जोभी ऊसे अेक बार मेरी भाभी को देखले तो मुट मारे बीना ना रहे पाऐ.ऐसा कातीलाना हुसन की वो मालकीन हे.तो दोसतो बात ऐक साल पहले की हे जब मेरे भाई की सादी हुईथी.भाई की सादी के बाद हम सब लोग मुबई अा गऐ.पापा ने भाई के लीऐ हमारे बगल मे ही भाडे पे अेक मकान ले दीया.ईस लीये भाई आेर भाभी दोनो रात को उन के कमरे मे मझा करते थे.मेरा भाई सीवील ईनयर हे.ईस ली ऐ वो रोञ सुबह ञलदी चला ञाता.आेर पापा भी आेफीस सले जाते.ईस लीये अब धर मे मेरी मा आेर मेरी पयारी भाभी ही होते थे. दुपेर को मे कोलेज से वापस आजा ता था.दुपेर के खाने के बाद भाभी अपने कमरे मे सली जाती थी. हमारे धर की टीवी भाई के रुमे रखी थी.ईस लीऐ मे खाना खाने के बाद भाई के कमरे मे टीवी देख ने जाता था.हमारे धर मे सब खुले वीसार वाल हे. ईस लीऐ मे भाभी के कमरे मे दुपेर को टीवी देखने जाता था.तभी मेरे मन मे भाभी के लीएे कोई गलत खायाल नही आते थे.तभी मे टीवी देखता और भाभी के साथ गपे मारता.ईस तरहा मेेरी और मेरी भाभी की अची दोसती होगई.ऐसे ही 4-5 महीने नीकल गऐ.भाभी अकसर धर पर डेरेस पेनती हे.ऐक दीन की बात हे जब मे दुपेर को टीवी देखने भाभी के रुम मे गया था.साम को भाभी घर की सफाई कर रही थी.उस दीन भाभी ने गले मे दुपटा डालना भुल गइ थी.भाभी जुक कर सफाइ कर रही थी. तभी मेरी नजर उनक चाती पे गई और मने पहली बार अपनी भाभी के बोल देखे.अेकदम दुघ जेसे सफेद बोल देखते ही मेरा लनड अपना कनटोल खोने लगा.और घीरे घीरे मेरा लनड खडा हो गया.वेसे मेने बुल फीलम मे बोल कीतनी बार देखे हे पर पहेली बार रीअल मे देख.तभी मेरी भाभी का घयान मेरी और गया.मेने जलदी से अपनी आखे टीवी की और कर दी.फीर थोडी देर बाद मे अपने रुम मे जा कर पहली बार भाभी को याद कर के मुठ मारे.फीर मेरे मन मे भाभी के लीये चोदने के खयाल आने लगे.भाभी के फोटो देख कर रोज मुठ मारता था.उस दीन के बाद दुपेर कोे जब भाभी सोती तब मे उनकी गाड को देखने की कोसीस करता और कभी कभी उनकी वीडीओ भी नीकाल ता था.कभी कभी भाभी के हाथो को कीसी बहाने से चुले ता था.मे कभी कभी भाभी की मसती भी करता था.उस समय काम की वजा से भाई रात को देरसे आते थे और कभी कभी साईड 2-3 दीन रहना पडता था.ईस वजसे भाभी अकसर उदास रेहती थी.ऐक दीन मेने भाभी से आज कल अाप उदास कयो रेहती हो तो भाभी ने बात को टालने की कोसीस की पर जादा जोर देने पर बताया की तुमारे भाई अाज कल काम के वज से रात को देर से अाते हे और काम के वजसे परेसान रहते हे.मे समज गया की भाई के काम के वजसे भाई भाभी को रोज मजा नही दे पाते.तबी मेने भाभी से कहा अगर टेनसन वाली बात हो तो मुजे बताना.भाभी कर बोली
कुस बात सीरफ पती को ही बताई जाती हे.ये सब बात तुमे सादी के बाद समजोगे.ऐसा बोल कर वो सली गई.कुस दीन बाद रीसतेदार वाहा सादी होने के कारन ममी और पापा को ऐक हफते के लीऐ गाव जाना पडा.भीई और मे घर होने की वजसे भाभी गाव नही जा पाई.अब मे और भाभी घर पर अकेले रहने वाले थे.ईस लीऐ मे भाभी को चोदने के पलान बनाने लगा.फीर मेने नेट परसे पयासी भाभी की मुवी डाउनलोड की और ममी पापा का गाव जाने का ईनतजार करने लगा.2 दीन बाद ममी और पापा गाव गई.उस दीन मे कोलेज से जलदी आगया था.उस दीन हम दोनो ही थे इस लीऐ मेने और भाभी ने जलदी खालीया.फीर भाभी साफ सफाई कर रहीथी.तब मेने मुवी सालु कदी.थोडी देर मे काम खतम करके मेरे बाजु मे अाके मुवी देखेने लगी.तभी थोडी दे देवर और भाभी का सेकस सीन सालु हुवा.भाभी ये देख कर बोली रवी ये केसी मुवी चालु की हे तुमने.मे भाभी के नजदीक जाकर कहा भाभी मे जानता हु अाप भी इस भाभी जेसे पयार की पयासी हो.मे अापका देवर अाप को उदास नही देख सकता.ऐसा बोल कर भाभी को अपने बाहो मे भर लीया.भाभी को जोर से पकड लीया.तभी भाभी ने मुजे दुर कीया और गाल पर जोर से मारा और फीर मुज पे चीला ने लगी.मेरे भाई को बोल देगी ऐसा बोला.तब मेरी गाड गई और मे भाभी से माफी मागने लगा.फीर भाभी मान गई की वो भाई को कुस नही बताऐगी.पर फीर कभी ऐसा मत करना ऐसा बोला. फीर थोडी देर बाद मेरे दोसत का फोन अाया तो मे उसके साथ बाहार सला गया.साम को मे वापस घर अाया तब देखा की भाभी ने डरेस चेनज कर के साडी पेहन ली.हलके गुलाबी रग की साडी मे देख कर मेरा लड खडा होने लगा पर ईस बार भाभी को हाथ लगा ने की हीमत नही हो रही थी.फीर देर बाद भाभी ने कहा अाज तुमा रे भाई काम ईस लीऐ वो अाज नही अाने वाले.ईस लीऐ मेने और भाभी खाना जलदी खा लीअा.खाने ने के बाद भाभी ने साफ सफाई करने बेठी और तब मे टीवी देखने लगा.सफाई के बाद भाभी ने कहा की भाई नही अाने वाल ईस अाज रात याहाही सोनेवाली हे.मेरे मनमे लडु फुटने लगे.मेने चोचा आज रात भाभी को तो पयार करनाही हे.फीर जब पुरा काम खतम करके भाभी आखे बन करके सोने लगी.तब मेने भाभी के पास गया आैर भाभी के कोमल पैर को पकड कर माफी मागने लगा.भाभी जलदी से बेठ गई और बोली मेने तुमे दुपेर को ही माफ कर दीया था पर ये तूम सब गलत कर रहे हो.कीसी को पता चला तो बहुत बदनामी होगी.मेने कहा भाभी मे आप को ऐसे उदास नही देख सकता मे आप को पयार कर के आपको खुस करना चाहता हु.ऐसा बोल कर मेने भाभी को अपनी बाहोमे भर लया.ईस बार भी दुर होने की टय की पर ईस बार मेने चोडा नही और उसके गले पे कीस करने लगा.भाभी मना करती गई पर ईस बार मेने जाने ही नही दीया.थोडी ही देर बाद भाभी ने मुजे गले पे किस करना शुरु कर दीया और बोलने लगी मे तुमसे पयार करती हु पर कीसी को पता चला तो बहुत बदनामी होगी.मेने कहा कुस नही होगा जान.फीर मेने भाभी के होथो पे अपने होथ रखके चुमने लगा.पहेली बार मुजे कीस करने का मोका मीला था.मेरी भाभी मेरा पुरा साथ देने लगी.करीब दस मिनीट तक अेक दुसरे को कीस करते रहे.फीर मेने अपने ऐक हाथ को कमर मे डाला कर कोमल कमर का अानद लेने लगा.भाभी को गले मे कीस करने से वो गरम हाने लगी.फीर मेने भाभी से साडी नीकाल ने को पुचा तो भाभी बोली देवजी ये साडी तुमारे लीये तो अाज पेहनी हे.मुजे पताथा की तुम भी मेरे पयार मे पागल हो.मे भाभी के सामने देखता ही रे गया.फीर भाभी बोली अाज मुजे तुम अपने भाई से भी जादा पयार करना.फीर मेने भाभी को लीटा कर पेट पर कीस करने लगा.भाभी को बहुत मजा अा रहाथा.अब मुजसे उसके दुघ जेसे सफेद बोल को दखेका बहुत मन होरहा था.मेने तुरत बलावुज और बरा को नीकाल दीया और दोनो बोल को दबाने लगा और चुचीयो को अपनी जीभ से खेलने लगा.भाभी अब बहुत गरम हो गई थी.मेरे लडसे अभी चडी मे रहा नही जा रहा था.फीर मेने भाभी से लड को मुमे लेने को बोला पर भाभी को ये अचा नही इस लएे मेने भाभी को जादा जोर नही कीया.फीर मेने भाभी को पुरा नगा खेलने लगा.मेने पहली बार चुत दरसन कीये थे.मेरी भाभी की चुत ऐक बाल भी लगता था अाज ही बाल साफ कीये हे.मेने बलु फीलमे लडकी की चुत चाटने का वीडीयो देखा था ऐसे ही मे चुत चाटने लगा.भाभी भी पहेली बार अपनी चुत चटवा रही थी.थोडी देर मे भाभी ने मेरे मुपे अपना सारा पानी छोड दीया.मेरा लड भी पूरा गीला हो गया और चुत मे जाने की राह देख रहा था.फीर मेरा मु साफ करके फीेर भाभी के चुत के दरवाजे पर अपना लड गुमाने लगा.फीर घीरे घीरे भाभी की चुत मेरा 6इस का मोटा लड डाला.जेसे जेसे लड अदर गया भाभी चीला ने लगी.फीर थोडा जोर से लड डालने लगा.भाभी को बहुत मजा अा रहा था.एेक महीने बाद लड चुत मे गया था.5 मिनीट पानी चुटने वाला था. मेने तुरत अपना लड चुत मे से नीकाल कर पुरा माल भाभी के पेट पे डाल दीया.फीर साफ करने के बाद दुसरा राउड चालु कीया.इस बार भाभी की गाड मारने वाला था.कोइ भाभी की सेकसी गाड देख तो उसका सोया हुवा लड भी जाग जाये.ऐसी सेकसी गाड की मालकीन हे मेरी भाभी.36 की गाड को चोदने की तयारी करने लगा.गाड मे घीरे घीरे लोडा डालने लगा.अभी थोडा लड ही गया था की भाभी चीला ने लगी.देवजी घीरे करो बहुत दरद हो रहा हे.मेने लड को नीका के तेल लेने गया और भाभी को लड पे तेल लगा ने को बोला.फीर गाड मे डालने लगा.इस बार दरद कम हो रहा था.अब घीरे घीरे भाभी को मजा अाने लगा.करीब 10 बाद मेरे लड ने गाड मे ही सारा पानी छोड दीया.थोडी देर ऐक दुसरे को पकड कर अेसेही पडे रहे फीर बातरुम मे जा कर साथ मे नहेना शुरु की या और ऐक राउड बाथरुम कर लीया.फीर दोनो नगे ही सोगये.इस तरहा मेरी और भाभी की पयार की कहानी शुरु हुीई.वो पुरे हफते भाभी ने और मेने पुरा मजा कीया.फीर कभी भी हमे मोका मीलता तो हम दोनो मजा करते थे.पर अब मेरा भीई दुसरी जगा पे रहने जा रहा हे.दोसतो अाप लोग मेरै लीये दुवा करो की मेरी पयारी भाभी मुजसे दुर ना जाये.
अगर कीसी और भाभी या लडकी को मेरे लड का पयार चाहीये तो मुजे मेल करो.
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