अपना लंड बहन के मुहँ मैं डाल दिया
हैल्लो दोस्तो क्या हाल है आपका. मेरा नाम नीरज है ओर मैं हरीयाणा मैं रहता हूँ. ये मेरे पहली कहानी है जो अपनी बहन के साथ किये हुए सेक्स की है. अगर कोई ग़लती हो जाए तो प्लीज माफ़ करना.
ओर अब में बता रहा हूँ. मेरी उम्र 23 साल की है. ओर हमारे घर पर मेंरे पापा मम्मी ओर मेरी एक छोटी बहन है जिसका नाम परी है ओर वो 1st ईयर मैं पडती है. उसकी उम्र 21साल की है. मेरे पापा व्यपारी है ओर मम्मी बैंक मैं नोकरी करती है.
ओर मुझे क्रिकेट का बहुत शोक है. मैं क्रिकेट खेलता भी हूँ. ओर मेरी बहन मुझसे हमेशा लडती थी. ओर कहती है की भाई आप क्रिकेट मत खेला करो. आपके कपड़े खराब हो जाते है ओर बाद मैं आप मुझे अपनी क्रिकेट की कहानी बताते हो. फिर भी मैं जब भी क्रिकेट खेल कर आता था तो उस को बताता था. ओर वो मुझसे नाराज़ हो जाती थी.
एक दिन की बात है. मैं क्रिकेट खेल कर घर आया तो मैं सीधा परी के कमरे पर चला गया. ओर मैने देखा कि बाथ कमरे का दरवाजा हल्का सा खुला था. ओर परी नहा रही थी तो मैंने परी को नहाते देखा तो मैं दंग रह गया. पूरा नंगा बदन था ओर उस पर उसकी चड़ती जवानी थी उफ़ क्या बात है.
ये गोरी गोरी ओर मोटी गांड ओर गुलाबी चूत ओर वो भी पानी में गीली. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया ओर मेरा दिल कह रहा था कि अभी जाकर अपनी ही बहन को चोदूँ मगर मेरी हिम्मत ही नही हुई तो मैं वापस अपने कमरे मैं चला गया वहाँ जाकर परी के बारे मैं सोचने लगा ओर उसके नाम की मुठ मारने लगा.
मुठ मारते ही मैने सोच लीया था. कि मैं अब अपनी बहन को चोदूँगा. चाहे कुछ भी हो जाए. एक दिन में अपने कमरे मैं लेटा हुआ था तब में परी के बारे मैं सोच रहा था. ओर मेरा लंड खड़ा था तो इतने समय मैं दरवाजा खुलने की अवाज़ आई ओर मैंने आंखे बंद कर ली. इतने मैं परी अंदर आई ओर मेरा खड़ा लंड देख कर एक दम बोल पड़ी भैया ये क्या है ओर ये बोल कर बाहर आ गई.
ओर मैंने आँख खोली तो वो कमरे से जा चुकि थी. मैं बिस्तर से उठ कर कमरे के बाहर चला गया ओर नहा कर दोस्तों के साथ घूमने चला गया ओर वहाँ मैंने अपने एक अच्छे दोस्त सौरव से बात की ओर उसको मैने ये नही बताया कि वो लड़की मेरी बहन है या कोई ओर मैंने कहा मैं एक लड़की को चोदना चाहता हूँ.
तो कैसे चोदू तब उसने बताया की वो भी किसी लड़की को चोदना चाहता था. मैंने पूछा कैसे तो उसने कहा यार मैने एक कमरे लीया था. ओर रात को वहाँ टीवी का चेनल ही ऐसा था कि वो भी राज़ी हो गयी. अच्छा यार मगर मैं तो बहुत डरता हूँ. सौरव ने कहा यार डरोगे तो कुछ भी नही कर पाओगे एक बार उसे बाहर लेकर जाओ. ओर वहा कोई अपना नही हो मैने कहा ठीक है. फिर मैं घर आया ओर मैंने परी को कहा कि इंडिया का मैच दिल्ली मैं है. क्या तुम मेरे साथ दिल्ली चलोगी प्लीज तो परी ने कहा मैं नही आ सकती हूँ तुम्हारे साथ.
मेरे बार बार मनाने पर उसने कहा पापा ओर मम्मी नही मानेंगे. तो मैने कहा कोई बात नही मम्मी को मैं मना लूँगा ओर पापा को तुम मना लेना. परी ने कहा पागल हो क्या? मैं पापा से बात करूंगी मुझे पागल कुत्ते ने काटा है क्या? तो मैने कहा प्लीज तो उसने कहा ठीक मैं कोशिश करती हूँ. पापा मानेंगे या नही फिर मैं अपने कमरे में आ कर सो गया ओर परी भी सो गयी फिर सुबह हुई तो परी पापा के पास गई पापा को मनाने के लिए. ओर मैं मम्मी के पास गया मम्मी को मनाने के लिए मम्मी तो मान गई. मगर पापा नही माने ओर मैने मम्मी को कहा प्लीज हमारी छुट्टीया है.
ओर अभी दो महीने बाकि है कालेज खुलने मैं आप पापा को कहो ना प्लीज एक महीने की तो बात है ना प्लीज मम्मी. तो मम्मी ने पापा को भी माना लीया. तब एक दिन हम दिल्ली जा रहे थे कि अचानक सौरव ही मिल गया. मैं परेशान हो गया अगर सौरव को पता चल गया की ये अपनी ही बहन को चोदना चाहता है तो मैं मर जाऊंगा. तभी सौरव ने कहा क्या बात है? कहाँ जा रहे हो मैने कहा यार दिल्ली जा रहा हूँ.
मैंने तुम्हारी तरकीब इस्तमाल की थी मगर एक प्रॉब्लम है यार मेरे साथ मेरी छोटी बहन भी है. उसको भी साथ मैं लेकर ही जाऊंगा, क्या करूँ. सौरव ने कहा यार क्या करे तेरे ही घर वाले नही चाहते कि तू उसके साथ जाये. ये बोल कर वो चला गया तो मैं घर आया ओर सामान पेक करके मै परी को लेकर हम लोग बस पर आए ओर मम्मी पापा हमे छोड़ कर चले गये. मैने परी को देखा तो वो बहुत खुश थी.
मैंने परी को कहा मैं होटल मैं फोन कर लूं जब मैने दिल्ली फोन किया तो मैनेजेर ने कहा कि हमारे पास सिर्फ़ एक ही कमरा है. तो मैने परी को नही बताया ओर बस मैं बैठ गये ओर दिल्ली आ गये. दिल्ली आते ही होटल की तरफ़ से एक लड़का आया ओर हमको होटल ले गया वहाँ जाने के बाद परी को पता चला कि एक ही कमरा खाली है. तो मैंने कहा कि क्या करूँ? तो परी ने कहा कोई बात नही भाई एक ही कमरे मैं रहेंगे हम दोनो. हम कमरे मैं आ गये ओर मैने परी को कहा कि बेड एक ही है क्या करें?
अब तो उसने कहा भाई कोई बात नही है. मैं तो खुश हो गया हम लोग दिल्ली की होटल में रहे वहाँ की शाम भी बड़ी निराली थी. इस होटल में एक क्लब भी था. जिसमैं सेक्सी डांस होता था. मैने सोचा कि क्यू ना परी को ऐसी जगह घुमाऊ जिससे उसको सेक्स का शोक हो. तो मैं अगले ही दिन उस को मैं घुमाने लेकर गया जहाँ अँग्रेज़ भी थे. जो कि सिर्फ़ ब्रा मैं ओर पेंटी मैं थे.
वहाँ का माहोल बिल्कुल सेक्सी था. तो मैने कहा परी चलो नहाते है. तो परी ने कहा भाई मैं नही नहाउंगी मुझे शर्म आती है. आप ही नहा लो तो मैंने उस को कहाकि हम दूर चलकर नहाते है ठीक है. तो उसने कहा ठीक है तो हम बहुत दूर आ गये.
वहाँ आकर मैने अपनी शर्ट उतारी ओर अपनी जीन्स भी उतार दी. अब मैं सिर्फ़ चड्डी मैं था परी देख कर बोली भाई आप को शरम नही है. कि मैं यहाँ हूँ ओर आपने अपने कपडे उतार दिए. तो मैंने कहा वो सब भी तो चड्डी मैं ही है ना तो क्या हुआ अगर मैं भी चड्डी मैं हूँ तो. उनको देख सकती हो ओर मुझे नही तो वो चुप हो गयी ओर बोली जो मन मैं आये करो ठीक मैने उसको कहा तुम भी नहा लो प्लीज मज़ा आएगा लेकिन वो नही मानी.
ओर मैं चलता गया पानी मैं. मेरी सफेद कलर की चड्डी थी. मैं नहा कर वापस परी के पास आया तो परी ने मेरी चड्डी की तरफ देखा तो एक दम देख कर खड़ी रह गई मैने कहा क्या हुआ? अब तो उसने कहा भाई आप कपड़े पहन लो. मैने जब नीचे देखा तो मेरी चड्डी मैं से मेरा लंड सॉफ नज़र आ रहा था.
जिसको देख कर वो बोली की भाई आप कपडे पहन लो प्लीज. तभी मैने कपड़े पहन लिए अब हम वापस होटल मैं आए तो मैने कहा तुमको डांस आता है. तो उसने कहा नही तो मैंने कहा चलो आज हम क्लब जायेंगे उसने कहा नही भाई पता नही वो कैसी जगह है.
मुझे अच्छा नही लगेगा मैने कहा मेरे कहने पर आज चलो प्लीज तो वो मान गयी. हम लोग रात को 11:00 बजे क्लब मैं आए तो हम हैरान हो गये कि लडकियाँ लड़कीयाँ डांस करती करती अपनी गांड लड़कों के लंड पर लगा रही है. परी ने कहा भाई तुम ये किस गन्दी जगह लेकर आए हो मैं जाती हूँ.
मैने कहा सिर्फ़ थोड़ी देर प्लीज तो वो रुकि इतनी देर मैं एक लड़की मेरे पास आई ओर मुझे किस करने लगी ओर अपनी चूत मेरे लंड पर लगाने लगी तो परी देख कर वाहा से गुस्सा हो कर चली गयी. मैं वापस कमरे मैं गया तो देखा कि वो रो रही थी मैंने कहा कि क्या हुआ तो उसने कहा भाई आप मुझे कैसी कैसी जगह लेकर जाते हो. मैने कहा ठीक है मुझे माफ़ करो मैं तुम को अब नही लेकर जाऊंगा. तो उसको चुप करवा कर मैने खान खाने के लिये बोला.
ओर खाना खा कर हम दोनो सोने लगे इतने मैं परी को नींद आ गयी. ओर मुझे नींद नही आ रही थी. मैने देख कि परी सो गई है तो मैने अपनी एक टांग उसकी टाँगों के उपर रख दी ओर अपना एक हाथ उसकी छाती पर रख दिया ओर मेरा हाथ बिल्कुल उसकी छाती पर था. मगर डर भी लग रहा था कि वो उठी तो क्या कहेगी. मैं उसकी छाती को मसलने लगा ओर लंड को भी आगे पीछे करने लगा.
तभी उसकी आँख खुलने लगी तो मैंने सोने का नाटक किया ओर उसको जब ये महसूस हुआ कि मेरा लंड उसकी चूत के उपर ओर मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर है. तब वो उठ कर बैठ गई ओर थोड़ी देर कुछ सोचने के बाद फिर सो गई. अब वो सीधी सो गई उसे नींद आ गई ओर फिर मैने उसकी छाती के उपर अपना हाथ रख दिया.
ओर हल्के से दबाने लगा ओर मैं भी सो गया सुबह उठा तो मैं देखा कि वो उदास बैठी है. मैं परी के पास गया ओर उससे पूछा परी क्या हुआ तुम को क्या नींद नही आई? तब वो बोली नही भाई एसी बात नही है. तो मैने कहा क्या हुआ? वो बोली कुछ नही हुआ. तो मैने कहा आज हम कही घूमने चलते है. उसने कहा नही भाई तुम गंदी जगह लेकर जाते हो मैं नही चलूंगी. तो मैने कहा नही यार आज हम लोग शॉपिंग करेंगे चलोगी हम लोग सिटी सेंटर आये जहाँ उसने अपने लिए शॉपिंग की.
ओर मैने पूरा दिन उसको अच्छी अच्छी जगह घुमाया. शाम को वापस आये तो मैने कहा कि तुम कमरे मैं चलो मैं आता हूँ. उसने कहा तुम जा रहे हो मैंने कहा जहाँ तुम नही जाती हो. परी ने कहा भाई मत जाओ वो गंदी जगह है. मैने उससे पूछा कि वो गंदी जगह कैसे है तुम बताओ उसने कहा वहाँ लडकियाँ कैसे कर रहीं थी. मैने कहा वो तो उनका काम है.
ओर उनको अच्छा भी लगता है. तो इस मैं दिक्कत क्या है. ये बोल कर मैं चला गया. वहाँ एक लड़की से मेरी मुलाकात हुई. ओर वो मुझे अपने साथ अपने कमरे पर लेकर जा रही थी. ओर उसका कमरा हमारे कमरे के पास ही था. वो लड़की फ्रेंच थी वो हिन्दी नही समझती थी. ओर उसने अपने कमरे का दरवाजा खोला.
तो इतने मैं परी ने भी दरवाजा खोला तो हम दोनो को देखकर बोली भाई ये क्या है ये कौन है? तो मैने कहा मेरी दोस्त है मैं उसके साथ उसके कमरे मैं चला गया परी भी ये सुन कर अपने कमरे मैं चली गई. तब थोड़ी ही देर मैं मैने उसको चोदना शुरु किया तो दरवाजा हल्का खुला ओर परी हमको देख रही थी ओर हमको पता नही था कि कोई हमे देख रहा है.
मैं चोदकर अपने कपड़े पहनने लगा. तब देखा कि परी दरवाजे के पीछे से हमको देख रही थी. ओर मुझे देखा तो वो अपने कमरे मैं चली गई. मैं कमरे मैं गया ओर परी को कहा कि तुम वहाँ क्या कर रही थी. तो उसने कोई जवाब ही नही दिया ओर बेड पर लेट गई ओर मै बात करके चला गया. ओर वापस आया तो देखा कि वो सो गई है. ओर मैं उसके पास ही सो गया.
ओर मुझे नींद आ गई रात 3:00 आँख खुली तो वो जागी हुई थी. मैने कहा क्या हुआ तुम सोई नही उसने कहा भाई मुझे नींद नही आ रही है. आप सो जाओ मैने कहा कि कोई दिक्कत है क्या बताओ. उसने कहा कुछ नही तो मैने उसका हाथ पकड़ कर कहा बताओ ना. वो चुप रही मैने उसे कहा कि तुम बिस्तर पर लेट जाओ नींद आ जायेगी. ओर वो बिस्तर पर आई ओर मैने कहा तुम आज बहुत चली हो इस लिए तुम्हारी टाँगों मैं तकलीफ़ हो रही है ना. उसने कहा हाँ इस लिए मगर बात कुछ ओर ही थी.
मैने कहा अच्छा सीधी लेटो मैं तुम्हारे पेरों को दबाता हूँ. उसने कहा नही भाई ये आप क्या कर रहे हो. मैंने कहा कुछ नही तुम मेरी प्यारी बहन हो ना तो चुप हो जाओ वो चुप हो कर लेट गई. ओर मैं उसके पेरों को दबाता हुआ उसकी टाँगों तक आया. ओर टाँगों की हल्की हल्की मालिश करने लगा तो उसको मज़ा आ रहा था. मैने कहा कि अच्छा लग रहा है ना उसने कहा हाँ भाई ओर करो ना मालिश करते करते मेरा लंड एक दम लोहे का हो गया.
उसकी मालिश करते समय मेरा लंड उसकी टाँगों को टच करने लगा. परी को भी महसूस हुआ कि भाई का लंड खड़ा है. वो चुप हो कर लेटी रही मैं मालिश करते करते उसकी चूत तक चला गया ओर उसको भी मज़ा आ रहा था. ओर मैंने आहिस्ता आहिस्ता उसकी चूत तक हाथ लगाया.
उसकी आँख बंद होने लगी ओर मैने उसकी चूत तक हाथ पहुँचाया. तो उसको हल्की हल्की मालिश करने लगा तो उसे अब बहुत मज़ा आने लगा मैने उसकी चूत को जैसे ही मसलना शुरु किया. तो उसने कहा भाई तुम क्या कर रहे हो? ये सभी बंद करो मैंने कहा तुमको अगर इसमें मज़ा नही आये तो मैं कुछ नहीं करूंगा. मगर तुमको अच्छा लग रहा है. तो मैं भी खुश हूँ मुझे सिर्फ़ तुम्हारी खुशी चाहिये ओर अब तुम चुप रहना कुछ नही बोलना ठीक है. तो वो बोली भाई मैं तुम्हारी बहन हूँ मैने कहा अगर मेरी जगह पर कोई तुम्हारा दोस्त होता तो तुम उसको रोकती क्या? उसने कुछ नही कहा ओर चुप हो कर लेट गई ओर मैं फिर शुरु हो गया.
मेरे तो तन बदन में आग लगी थी. मैं तो इसी समय का इंतज़ार कर रहा था. कि ओर वो मान गई फिर मैं उसको किस करने लगा ओर उसके दूध दबाने लगा ओर वो मस्त हो गई ओर वो बहुत गर्म हो चुकि थी. मैने अपने कपड़े उतार दिये ओर बिल्कुल नंगा हो गया उसकी आंखे बंद थी.
ओर जब उसने आँख खोली तो उसके मूँह से एक अवाज़ आई ओह ये क्या है? भाई इतना बड़ा है मैं मर जाउंगी मैने कहा नही मरोगी तुम अब चुप हो कर मजा लो तुमको मज़ा आ रहा है या नही उसने कहा हाँ मज़ा तो आ रहा है. लेकिन भाई मैने कभी ये सब नही किया है . भाई डर लग रहा है. मैंने कहा मेरी प्यारी बहन कुछ नही होगा में हूँ ना. तो वो चुप हो गयी मैने उसके कपड़े उतारे ओर उसको बिल्कुल नंगा कर दिया अब वो बिल्कुल नंगी थी. मैं एक दम रुक गया ओर उसकी छाती को देख रहा था.
ओर उसकी चूत को देख रहा था. मेरे तो मूँह मैं पानी आ गया फिर मैं उसके बूब्स को चूसने लगा चूसते चूसते वो ओर भी गरम हो गई. उसके मुहँ से आहह ऊऊऊऊ हाहहहहहा ओफ भाई कुछ करो मुझे पता नही क्या हो रहा है. मैं मर जाऊगी प्लीज भाई कुछ करो ना. ओफआअहह ये अवाजे आ रही थी.
फिर मैने उसकी टॅंगो को खोला ओर उसकी नरम नरम चूत पर अपनी जीभ रख कर चाटने लगा. चाटते चाटते 15 मिनट के बाद उसके मुहँ में पानी आया ओर वो एक दम ठंडी हो गई. ओर मैने उसका सारा पानी पी लीया ओर फिर मैने परी को कहा अब मेरा लंड अपने मुहँ में लो ओर उसने कहा नही भाई ये ठीक नही है. मैने कहा अरे यार मैने भी तो तुमको मज़ा दिया ना अब तुम भी तो मुझे थोड़ा मज़ा दो. ओर तुमको तो ओर भी मज़ा आएगा उसने कहा अच्छा.
मैने हाँ कहा ओर वो मान गई. उसने मेरे 8 इंच के लंड को पकड़ कर अपने मुहँ मैं लीया. ओर चूसने लगी थोड़ी देर के बाद उसने कहा भाई ये तो बहुत अच्छा है. वो 20 मिनट तक चूसती रही ओर एक जोर की पिचकारी निकली ओर उसके मुहँ मैं चली गयी. उसने कहा भाई ये क्या है मैंने कहा क्यों अच्छी नही है. उसने कहा नही भाई ये बहुत अच्छी है.
तो हम बेड पर लेट गये ओर बाते करने लगे तो उसने कहा भाई बहुत मजा आया मैने कहा अब तो ओर भी मज़ा आएगा. उसने कहा वो कैसे मैने फिर उसे किस किया ओर उसकी चूत मसलने लगा. ओर वो गरम हो गई ओर मैंने उसको कहा अब तुमको जन्नत की सैर करवानी है. करोगी उसने कहा हाँ तो मैंने कहा थोड़ा दर्द होगा सहन करना. फिर तुमको इतना मज़ा आएगा कि तुम सोच भी नही सकती हो.
उसने कहा अच्छा तो मैने कहा तुम तैयार हो उसने कहा मेंरी जान जा रही है. तुमको जो भी करना है करो मेरी आग ठंडी करो प्लीज. तो मैने अपना लंड उसकी चूत पर रखा ओर मसलने लगा.
तब वो अपनी चूत को उपर उठा कर मेरे लंड पर मसल रही थी. ओर उसने कहा भाई जल्दी करो मैंरी जान जाएगी ओफफफफ्फ़ तो मैने ये सुन कर अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा. लेकिन उसकी चूत बहुत ही छोटी थी इस लिए लंड नही जा रहा था.
तो मेंने अपने बेग से लोशन निकला ओर उसकी चूत ओर अपने लंड पर लगाया ओर परी की चूत बहुत टाईट थी ओर फिर उसकी चूत पर अपना लंड रख कर एक जोर का झटका लगाया ओर मेरा लंड थोड़ा अंदर गया तो वो एक दम ही बिस्तर से खड़ी हो गई. ओर कहने लगी माँ मैं मर गई आआआ भाई मर गई. मैने फिर एक ओर जोर का झटका लगाया तो मेरा लंड थोड़ा ओर अंदर गया. अब तो उसकी आंखे ही बाहर आ गयी.
ओर उसकी आँखों में से पानी आने लगा ओर मैं रुक गया ओर उसने कहा भाई दर्द होगा ओर मुझसे नही होगा मैं मर जाऊगी. ओफफफ की अवाज़ आ रही थी उसकी. उससे मैंने कहा अब मैं आराम से करूंगा फिर मैने उसकी चूत कि तरफ़ देख तो उसकी चूत लाल हो चुकि थी.
डर से मेंने उसको नही बताया ओर वो अंदर बाहर करने लगी थोड़ी देर मैं उसे भी मज़ा आने लगा वो बोली कि बहुत मज़ा आ रहा है. ओर जोर से करो ना. तो मैने एक ओर झटका लगाया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत मैं चला गया था. अब वो बहुत जोर से चिल्लाई ओर मैं नही रुका ओर अपने लंड की गति वही रखी ओर अंदर बाहर करता रहा.
तो उसे मज़ा आने लगा भाई जोर जोर से करो मज़ा आ रहा है. जोर जोर से करो ओर में बहुत जोर जोर से करने लगा. इतने में कुछ देर के बाद उसका पानी निकला. ओर वो ठंडी हो गयी ओर साथ में मेरा भी वीर्य निकल रहा था. मेने अपना लंड उसके मुहँ मैं डाल दिया ओर वो सारा पानी पी गई.
ओर हम दोनों किस करने लगे. ओर सो गये जब हमारी आँख खुली तो दिन के 2:00 बजे का समय था. मैं उठा ओर परी को कहा कि परी उठो दिन के 2 बजे है. तो वो बोली नही भाई में आज आपके साथ हूँ तो अच्छा लग रहा है. सो जाओ मैने कहा नही अभी नही रात को फिर करेंगे. उसने कहा भाई एक बार प्लीज् फिर दुबारा करो. इस बार तो एक घंटा लग गया चुदाई में फिर हमने पूरा महीना चुदाई का मजा आ गया.
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