अबला नारी की अनोखी दास्ताँ
मैं अब 43 साल की हूँ, मुझे याद है 9 साल पहले, जब एक अनजान फ़ोन ने मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी! उस समय मैं अपना बिज़नस कर रही थी! मेरे पति और मेरी लव मैरिज थी! कुछ समय तक हम दोनों की खूब बनी, लेकिन कुछ समय बाद ही जैसे हमारी गृहस्ती को किसी की नज़र लग गयी! मेरे पति अपने काम में बहुत व्यस्त रहने लगे! वो सुबह 10 बजे चले जाते और रात 11 बजे वापस आते! मेरे लिये जैसे उनके पास कोई समय ही नहीं था! दिन निकलते रहे, और हम दोनों के बीच लड़ाई झगडे भी बढ़ने लगे!
एक दिन मैं घर पर अकेली थी कि, किसी का मेरे मोबाइल पर कॉल आया! बात करने के बाद मैंने फ़ोन काट दिया क्यूंकि, वो गलत नंबर था! थोड़ी ही देर में मुझे उसी मोबाइल से एक SMS आया कि, आज आप इतने दुखी क्यूँ हो? मैं उसे नहीं जानती थी, बल्कि वो नंबर मैंने पहली बार देखा था! मेरी उत्सुकता बढ़ी कि, इस इंसान को मेरे बारे में कैसे पता लगा? जानने लिए मैंने उसे वापस फ़ोन किया! और पुछा कि, तुम कौन हो? उसके अपना नाम रवि बताया, मेरे पूछने पर कौन रवि? फिर उसका कहना कि, उससे गलत नंबर डायल हो गया था लेकिन, तुम्हारी आवाज़ सुनके ऐसा लगा, जैसे तुम दिल ही दिल में बहुत परेशान हो! मैं कुछ समझ नहीं और पाई और उस रवि ने सॉरी कहा, और फ़ोन और काट दिया!
पहली बार मुझ अबला नारी मे, अब एक उत्सुकता हॊने लगी कि, इस रवि से मैंने बस थोड़ी देर ही बात की! और इस रवि को मेरे बारे में कि, मैं दुखी हूँ कैसे पता लगा? अब मेरी उत्सुकता बढ़ने लगी, और मैंने उसे SMS कर दिया! उसका जवाब आया और उस पूरे दिन हम लोग एक दुसरे को SMS ही करते रहे, और एक दुसरे के बारे में जानने लगे! रवि मेरी ही उम्र का था, कुवारा था, किसी प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा था और हम दोनों एक ही शहर के थे!
हम दोनों ने अब फ़ोन पर बात करनी शुरू की! पहली बार मुझे ऐसा लगा जैसे कोई तो है, जो मुझे समझ सकता है! जिससे मैं ना मिली ना देखा और उसने बिना देखे, जाने पहचाने मेरे बारे में सब कुछ जान लिया! मेरी उत्सुकता उससे मिलने की होने लगी! देखने में रवि बुरा नहीं था! मुझे वो अच्छा लगा, उसके बात करने का तरीका मुझे पसंद आने लगा, बात बात पर उसका मुझे हसाना, मेरे अंदर उससे मिलने की चाह को और बढ़ावा दे रहा था!
फिर एक दिन हम दोनों ने मिलने का प्लान किया! दिन में बारिश हुई और शाम को मौसम सुहावना हो गया! रवि अपने ऑफिस से बीच में ही आ गया! उसे देखते ही मेरे अंदर एक गुदगुदी सी होने लगी, उसकी आँखों में एक चमक थी! प्लान के मुताबिक मैंने उसे अपनी गाडी में लिया! वो मेरे पास बैठा, मुझे शर्म आ रही थी! और उसका हाथ मेरे कंधे पर था! मेरे अंदर एक बिजली सी कौंध गयी, शायद ये एक आगास था उस इंसान का, जो दिल में हो! पहली बार मुझे ऐसा लगा जैसे, वो मुझे अंदर से पागल कर रहा है!
फिर हम दोनों एक पब में गये, दोनों ने ड्रिंक किया और अब मैं उसके साथ समय बिताना चाहती थी! उसने गाडी ली और अपने घर की और चल पड़ा! हम दोनों को थोडा सा शराब का सरूर था! हम उसके घर पहुचे, और उसने अंदर आने को कहा! मैंने
मना किया कि, आज नहीं किसी और दिन! उसने कहा शायद तुम्हे मेरे पर विश्वास नहीं है? मैंने जवाब दिया ऐसा नहीं है! उसके कहने पर मैं उसके घर चली गयी!
उसका घर देखने में सुन्दर था! सभी चीजे अपनी जगह सफाई से रक्खी थी वो कुवारा था, फिर भी अपने घर में सफाई रखता था! उसने और शराब पीने का पुछा, जिसे मैंने मना कर दिया! उसने अपना पेग बनाया और पीने लगा! शाम के उस माहौल में, जिसे उसने और रंगीन बना दिया था! कोने में हल्की लाइट जली हुई, लाइट म्यूजिक ने माहौल और रंगीन बना दिया! मुझसे रुका नहीं जा रहा था! और अब मैंने भी रवि के सामने नाचना (डांस) करना शुरू कर दिया!
अपनी ज़िन्दगी में पहली बार मुझे ऐसा एहसास हुआ कि, मैं आज बहुत खुश हूँ! मैं सरूर में थी, लेकिन ऐसा माहौल, जो रवि ने तैयार किया था शायद मैंने अपनी ज़िन्दगी में पहली बार देखा था! मैं उसके आगे पीछे, कभी अपनी कमर को उसके चेहरे के पास लाकर, कभी उसकी गोद में बैठकर उसे उकसाने (seduce) लगी! मैंने उसके हाथ अपने स्कार्फ़ से पीछे बाँध दिए, और उसे और उकसाने लगी! कभी उसकी शर्ट का बटन खोल, तो कभी उसकी जीन्स का! कभी उसकी जीन्स के अंदर हाथ डालकर, तो कभी उसकी छाती पर अपने हाथ फेर कर! मुझे नहीं मालूम मुझे क्या हो रहा था! लेकिन मैं मदहोश थी! मुझे रवि अच्छा लग रहा था! बीच बीच में मैंने उसे किस भी किया, और वो मेरी और देखता रहा, उसे भी शायद मज़ा आ रहा था!
20-25 मिनट्स कामुकी नाच (seducing dance) करने के बाद मैंने रवि के हाथ खोल दिये! उसने मुझे अपनी बाहों में जकड लिया और किस करने लगा! मैं अपने आप को नहीं रोक पायी! और हम एक दुसरे को कसके पकड कर किस करने लगे! उसने मुझे अब नहीं अपनी गोद में उठा लिया और अपने कमरे में ले आया! किस करते उसने मुझे अपने बिस्तर पर लिटाया और मेरे उपर आके किस करने लगा! पहली बार मुझे अपनी ज़िन्दगी में इतना मज़ा आया!
हम दोनों कब जाने एक दुसरे में इतने मग्न हो गए की, पाता ही नहीं चला! उस रवि के साथ अब मेरे शारीरिक सम्बन्ध (physical relations) हो चुके थे! थोड़ी देर में जब मुझे होश आया, तो मैं रोने लगी, उसने पुछा क्यूँ रो रही हो? मेरे कहने पर कि, आखिर आज मैंने अपने पति को धोखा दे ही दिया! उसने कहा लेकिन मैंने कोई जबरदस्ती नहीं की थी, वो हम दोनों की चाह थी, तभी हुआ! मैंने अपने आप को संभाला और अपनी कार से वापस आ गयी! मैं रात भर नहीं सो पायी, और सोचती रही कि, क्या मैंने कुछ गलत किया है? क्या मैंने अपने पति धोखा दिया है?
सुबह हुई, मैंने एक SMS रवि को किया और पुछा कि, रात को उसने मेरे अंदर तो स्रावित (डिस्चार्ज) नहीं किया? क्यूंकि नशे में उसने कंडोम (गर्भ निरोधक) नहीं लगाया था! उसने कहा नहीं, उसने योनि के बाहर ही स्रावित किया था! मुझे शान्ति पड़ी! और अब मुझे अपने से घ्रणा हूने लगी! मैंने सब कुछ भुलाने की कोशिश की, जिसमे मुझे करीब एक महिना लगा! इस बीच रवि के भी फ़ोन आये लेकिन, मैंने उससे बात नहीं की! शायद वो भी समझ गया था!
मुझ अबला नारी से एक जो पाप हो चूका था, मैं उसका प्राश्चित करना चाहती थी! मैंने अपना बिज़नस बंद किया, और एक अच्छी गृहणी की तरह घर पर ही रहकर काम करना शुरू किया! अब मैं अपने पति की देखभाल करती हूँ, उनके बिज़नस में उनका हाथ बटाती हूँ! अब हम दोनों के बीच कोई लड़ाई झगडा भी नहीं होता! हम दोनों अब प्यार से अपनी ज़िन्दगी जी रहे हैं! क्यूंकि मैं उन लम्हों को, जिसने एक अबला नारी यानी मुझे, और मेरी ज़िन्दगी को ही बदल दिया, भूल जाना चाहती हूँ!
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