एयर होस्टेस की चूत
हेल्लो दोस्तों (पता नहीं की दोस्त कहूँ या बेटे बेटियां, मैं इतना छोटा भी नहीं की आप लोगों का दोस्त बन सकूँ, लेकिन जैसा लोग कहते हैं वैसा मैंने भी लिख दिया), मैं कौन हूँ इस से ज्यादा मैं क्या हूँ वो बताने में मुझे ज्यादा रूचि हैं. मैं एक बूढ़ा ठरकी इंसान हूँ जिसे चूत लेने में असीम सुख मिलता हैं. वैसे तो सभी लोगों की चूत लेने में सुख मिलता ही हैं.
ये लंड मांगे मोर
लंड को इंडियन चूत की कितनी आदत होती है या हो जाती है, वो आज आपको मेरी कहानी से पता चलेगा. मुझे इंडियन चूत की ऐसी ठरक लगी, कि मै अपने बुढ़ापे तक इंडियन चूत जहाँ मिलती है वहा उसको ले लेता हु. आस पडोस के लोग मुझे ठरकी बुड्डा बोलते है, लेकिन मुझे मंज़ूर है अपने को ये कहलवाना; क्योकि जो वो बोलते है वो सच ही बोलते है और जिस इंडियन चूत को चुदना होता है, वो अपनेआप ही मेरे पास चली आती है.
मैं ऑफिस में बड़े होद्दे पे हूँ. अच्छी पगार के साथ साथ मुझे ऑफिस वालें दुसरे पर्क्स भी देते हैं. मेरी फ्लाइट की टिकट्स रहती हैं यदि 200 किलोमीटर से ऊपर कही जाना हो तो. और आज की कहानी ऐसी ही एक फ्लाइट से चालू होती हैं. आज, मै आपको अपने ठरकपने की कहानी एक कहानी सुनाता हु. मै अपने ऑफिस के काम से कहीं बाहर गया था और प्लेन में था. एक एयरहोस्टेस थी, रिया नाम की ..बहुत ही मस्त थी और सुंदर. उसकी हंसी देखकर तो मै पागल ही हो गया, उसने मुझसे जब हंसकर बात की, तो उसकी हंसी मेरे मेरे दिल में उतर गयी. मै अपने काम की जगह पहुच गया; लेकिन, उसकी हंसी मुझे सारी रात परेशान करती रही और मेरा दिल उससे फिर से मिलने का करने लगा. लेकिन, मेरे आश्चर्य की सीमा नहीं रही, जब मैने उसको अपने होटल की लाबी में देखा. मैं इस से पहले भी इस होटल में काफी बार आया था लेकिन मुझे पता नहीं था की फ्लाइट का स्टाफ भी यही उतरता हैं.
मैंने उसे देखा और उसने मुझे मस्त स्माइल दी. बदले में मैं भी मस्त स्माइल दे के उसे ऊपर से निचे तक स्कैन किया. मैंने उसे कहा, आप बिना युनिफोर्म के भी काफी हॉट लगती हैं. वो हंस पड़ी और बोली, बिना युनिफोर्म के मुझे आजादी भी मिलती हैं जो युनिफोर्म के पीछे नहीं मिल पाती हैं. अब कोई चूतिया ही होंगा जो इस बात का मतलब ना समझें. मैं जान गया की उसकी चूत भी ठरकी हैं और वो इस होटल के स्टे का फायदा ले लेना चाहती हैं.
मै डिनर करने जा रहा था और वो भी; मैने उसको पास जाकर हेलो हाय बोला और फिर बातें शुरू हो गयी. हमने साथ में डिनर किया और कुछ पेग्स लिए और फिर मैने उसका हाथ पकड़ा और ले गया, होटल की दुकानों में और उसके लिए कुछ अच्छी चीज़े ली और उसने मेरे लिए कुछ चीज़े पसंद की. अब हम काफी हद तक खुल चुके थे और फिर मैने उसको अपने कमरे में कॉफ़ी पीने की दावत दी. पहले ही 12 बज चुके थे और रात काफी हो चुकी थी. हम दोनों मेरे कमरे में चले गये और रिया बिस्तर पर बैठ गयी और अपनी टांगे खोल ली. वो मेरे लिए खुली दावत थी और मै उसके पास जाकर बैठ गया और उसकी जांघो पर हाथ फेरने लगा. वो लगातार मुस्कुरा रही थी और मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी छाती पर हाथ फेरने लगी और मेरी छाती के बालो से खेलने लगी. मेरे लंड ने जोर मारना शुरू कर दिया और वो मेरे खड़े लंड को देखकर हंसने लगी और बोली, बड़ा शैतान है ये और फिर उसने मेरे पेंट की ज़िप खोल दी और मेरे लंड को सहलाने लगी. मेरा लंड काफी बड़ा हो चूका था और वो अभी किसी गिरगिट के जैसे अपनी गर्दन ऊँची कर के खड़ा हुआ था.
उसकी चूत तो मख्खन थी एकदम
अब मेरे से और नहीं सहा जा रहा था, मैने रिया को अपनी बाहों में ले लिया और उसके होठो को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी और फिर मैने उसके एक-एक करके कपडे खोलने शुरू कर दिए और उसका खुबसूरत, कामुक और मस्त नंगा शरीर मेरी आँखों के सामने, मेरे बिस्तर पर पड़ा था और मै अपने लंड को फड़का रहा था. रिया की सेक्सी चुंचियां देख के तो मैं जैसे पगला सा गया. उसकी चूत भी तो बड़ी सेक्सी थी,. शायद एयरलाइंस वाले झांट काटने को भी कहते होंगी क्यूंकि निचे एक भी बाल नहीं था. उसकी चूत एकदम साफ़ थी जैसे की संगेमरमरी नक्षीदार काम.
वो मेरे लंड को देखकर मुस्कुरा रही थी और मेरे पास आ गयी और मेरे लंड के पास बैठ गयी और मेरे लंड को अपने हाथो से मसलने लगी और फिर अपने मुह में ले लिया. उसके होठ इतने कामुक और मस्त थे, कि अगर वो लंड को ज्यादा देर तक चूसती, तो मेरा लंड बहुत जल्दी अपना सारा वीर्य छोड़ देता. मैने उसको अपनी बाहों में उठाया और उसको बिस्तर पर पटक दिया और उसको टाँगे खोल दी और अपने लंड को उसकी चूत पर रख दिया और एक ही बार में, उसकी चूत में ठोक दिया; वो दर्द से बिलबिला उठी. ऐसा नहीं था, कि वो पहली बार चुद रही थी, लेकिन मेरा लंड काफी बड़ा था और वो उससे सहन ही नहीं हुआ; उसकी कामुक दर्द भरी आवाज़े मेरे कमरे में गूंज रही थी और मै मस्ती में धक्के मार रहा था और कुछ ही देर में, मैने अपना लंड निकाल लिया और उसके शरीर पर अपना वीर्य छोड़ दिया. वो भी मस्ती में मेरा वीर्य अपने हाथो से मसलने लगी और हम दोनों कुछ देर ऐसी ही पड़े रहे. मैंने उस रात की इस एयर होस्टेस की चूत को 4 बार चोदा, सच में बड़े मजे करवा दिए उसने तो. मैंने जाते हुए उसका कांटेक्ट नंबर भी ले लिया, ताकि फिर कभी ऐसी चुदाई का जुगाड़ हो सकें…!