गर्लफ्रेंड की चूत
मैं इस वेबसाइट को काफी समय से जनता हु और मैं काफी समय से यहाँ पर शेयर किये गये रियल अनुभव को पढ़कर मज़े लेता रहा हु और सहराना भी करता रहा हु. आप सब लोगो की सच्ची कहनिया पढ़कर मुझे भी अपनी कहानी आप लोगो के शेयर करने का मन किया. तो अब मैं सब लोगो का टाइम वेस्ट ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हु. मेरे लंड का साइज़ ८ इंच लम्बा और २.५ इंच मोटा है. मेरी एक गर्लफ्रेंड है रानी, बहुत ही सेक्सी है वो. उसका फिगर ३२-२८-३४ का है और उसकी गांड जब भी मेरी नज़रो के सामने आती है, तो मेरा लंड एकदम खड़ा हो जाता है और उसे मारने का मन करता है. रानी मेरी क्लासमेट थे और हम दिन में काफी वक्त साथ गुजरा करते थे. दिन पर दिन, वो सेक्सी होती जा रही थी और मेरे अन्दर उसको चोदने की इच्छा भी प्रबल होने लगी थी और मैं अब उसके शरीर को छुने का और उसको चोदने के मौके की तलाश में रहने लगा था. एक- दो बार, जब मैं उसको छुआ तो उसने कोई विरोध नहीं किया. बल्कि स्माइल कर दी. मुझे समझ आ गया था, कि दोनों के शरीर में आग बराबर लगी है.
एकदिन, हम दोनों अकेले लेब में काम कर रहे थे. तो मैंने धीरे से उसे पीछे से पकड़ लिया और उसे पीछे से चूमने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी थी. मैंने समय के नजाकत को समझते हुए जरा भी देर नहीं की और मैं उसकी चूत तक अपनी ऊँगली ले गया और अन्दर घुसा दी. उसने भी अपने पेरो को थोडा चौड़ा कर दिया और ऊपर- नीचे होने लगी. मेरे कान में उसकी धीमी- धीमी आहो अहहहः उह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हम्मम्मम की आवाज़े आने लगी. फिर, मैंने अपना लंड निकाला, तो वो देखती ही रह गयी और डर गयी. मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. उसने मेरा लंड हिलाया और मैंने उसे लंड को चूसने को बोला. वो मना कर ने लगी और फिर मैं जबरदस्ती अपने लंड को उसके मुह में ठेलने लगा. तो उसने मेरे लंड को अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी. क्या बताऊ दोस्तों, मुझे लगा कि मैं जन्नत में पहुच गया हु. तभी हमें किसी के आने की आवाज़ आई और देखा तो सर आ गये थे. पीछे होने के वजह से वो हमने देख नहीं पाए और हम रुक गये. पर अब मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा था.
तो हम दोनों रोज़ फ़ोन सेक्स करने लगे. मैं उसको चोदने के रोज़ सपने देखता था और एकदिन, मेरा सपना पूरा हो गया. हम एकदिन घुमने गये थे, तो लौटते समय तेज बारिश आने लगी. मैंने कहा – किसी होटल में रुक जाते है. वो रुकने के तैयार नहीं थी. मैंने उसे फ़ोर्स किया, कि वो मान गयी और अपने घर फ़ोन कर दिया, कि वो अपनी सहेली के यहाँ रुक रही है. फिर, हमने एक होटल ले लिया और डबल रूम बुक करवा लिया. अन्दर जाते ही, मैंने “नो डिस्टर्ब” का बोर्ड बाहर लगा दिया. मैंने अन्दर से कमरा लॉक कर दिया. वो अपने कपड़े उतार रही थी, क्योंकि हम दोनों बहुत ही गीले हो चुके थे. उसने मुझे भी कपड़े उतारकर तोलिया लपेटने को बोला. मैंने अपने कपड़े उतार दिए और तोलिया लपेट लिया. लेकिन, मैं अन्दर से पूरा नंगा था. वो भी अपनी ब्रा- पेंटी में थी. उसके सेक्सी बदन को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया. मुझे उसकी पेंटी में से झांकती हुई गांड दिख रही थी. क्या गजब गांड थी उसकी!
मुझे कण्ट्रोल नहीं हुआ और मैंने उसे पकड़ कर अपनी गोदी में उठा लिया और उसके हाथो को चूमने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. ५ मिनट ऐसे ही चुमते- चुमते हम बिस्तर पर आ गये और मैं उसके ऊपर आ गया. उसने अपनी टाँगे चौड़ी कर ली. मेरा टॉवल जब तक उतर गया था. मैं अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो सिसकिया ले रही थी अहहहहः अहहहः उमुमुमुमुमु म्मम्मम्म ह्म्हम्हम्ह्म और मैं उसकी जीभ को चूस रहा था. थोड़ी देर बाद, मैंने उसके बूब्स को चुसना चालू कर दिया और एक हाथ से उसके दुसरे बूब्स को मस्ती में दबा रहा था. वो पागल हुए जा रही थी और जोर- जोर से सिसकिया ले रही थी. अहहहः अहहहः ऊऊऊउईईई और चूस राहुल और जोर से चूस… चूस कर मेरे बूब्स का सारा दूध पी ले. फिर कोई १० मिनट तक मैंने ऐसे ही उसके बूब्स को चूसता रहा. फिर, मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया. क्या साफ़ चूत थी उसकी. एकदम गुलाबी और फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया. मेरी जीभ लगते ही, वो तड़फ उठी अहहहहः अहहहहः और चाट … जोर से चाट …. अब नहीं रहा जा रहा है… मेरे मेरे बालो को खीच रहीऔर मुझे नोच रही थी. फिर वो जोर से चिल्लाई और मेरे मुह में झड़ गयी. मैं उसका सारा रस पी गया. बहुत मस्त लगा….
फिर वो खड़ी हुई और मेरे लंड को अपने मुह में रखकर चूसने लगी. मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था और मैं उसके बालो को पकड़कर उसके मुह को जोर से चोद रहा था. १० मिनट बाद, मेरा सारा पानी उसके मुह में ही निकल गया और वो मेरा सारा पनी गटक गयी. वो मेरा लंड ऐसे ही चूसती रही और थोड़ी देर बाद, मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा. अब मैंने उसको सीधा लिटाया और उसकी चूत पर अपने लंड को रखा. उस टाइम उसकी चूत गीली हो गयी थी. इससे मेरा आधा लंड एक ही झटके में उसकी चूत में घुस गया. वो चिल्लाने लगी अहहहः अहहहः मार डाला… मर गयीईईईईईइ, मैं तो. निकालो इसे बाहर… तेरा लंड तो मुझे मार देगा.. क्या अहहहः अहहः. क्या कर दिया तुमने… और फिर वो रोने लगी. मैंने अपने होठ उसके होठो पर रख दिए और उसे चूसने लगा. थोड़ी देर बाद वो नार्मल हुई, तो मैंने एक और झटका देकर अपने पुरे लंड को उसकी चूत में घुसा दिया. अब वो मज़े लेने के लिए उछल- उछल कर मेरे लंड को अन्दर लेने लगी और जोर- जोर सिस्कारिया ले रही थी अहहहः अहहाह ह्ह्ह्हह ऊऊह्ह्ह्ह चोद राहुल और चोद … मेरी चूत का भोस्ड़ा बना दे. फाड़ दे आज इसे. अब वो मुझे गलिया भी दे रही थी अहहहः अहहः ऊओह्ह्ह्हूऊ चोद मादरचोद… चोद अपनी रांड को… चोद.. मुझे आ पूरी तरह से रंडी बना दे .. चोद भोसड़ी के.. जोर से चोद बहनचोद अहहः अहहः… मैं और भी उतेजित होने लगा था. करीब २० मिनट की तगड़ी चुदाई के बाद, मैंने अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया. तब तक वो भी दो बार झड़ चुकी थी. मैं ऐसे ही ऊपर लेटा रहा….
मैं किस करने लगा और वो खड़ी हुई और बाथरूम में जाने लगी. मैं भी उसके पीछे चला गया और मैंने उसकी चूत को साफ़ किया और उसने मेरे लंड को. मैंने उसको वही खड़े- खड़े किस करना शुरू कर दिया और इतने में, मेरा लंड फिर से तन्न गया. मैंने उसे कहा – अब मुझे तुम्हारी गांड मारनी है. वो मना करने लगी. मैंने उससे फिर से रिक्वेस्ट की और वो मान गयी. मैंने उसे बाथरूम में ही घोड़ी बनाया और उसकी गांड चाटने लगा. उसे मज़ा आ रहा था अहहहहा अहहहह्हा की आवाज़े उसके मुह से निकलने लगी थी. फिर, मैंने उसकी गांड के छेद में बहुत सारा तेल लगाया और अपने लंड पर भी. फिर, मैंने धीरे से अपने लंड को उसकी गांड में घुसाने लगा. अभी मेरे लंड का आगे का हिस्सा ही गया था, कि वो चिल्लाने लगी. मैंने उसकी एक ना सुनी और एक जोरदार झटका देकर उसकी गांड में लंड घुसा दिया. वो जोर- जोर से रोने लगी. वो कहने लगी – प्लीज राहुल, तुम्हारे लंड को निकालो. मेरी गांड फट गयी है. बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज निकालो इसे. थोड़ी देर, मैं शांत रहा और जब उसका दर्द कुछ कम हुआ, तो मैंने धीरे- धीरे झटके लगाने लगा. अब तो उसका दर्द मज़े में बदल गया था और वो कहने लगी … जोर से चोद मादरचोद .. और जोर से चोद अहहहः अहहः फाड़ दे अपनी रंडी के गांड … अहहहः होहोहोहोहूऊ और जोर से बहनचोद और जोर से चोद …. अपनी रंडी को रांड बना दे …
करीब २० मिनट तक चोदता रहा और अपना सारा माल उसकी गांड में निकाल दिया. उसके बाद, वो चलने लायक भी नहीं थी.