फाड़ डाल मेरी चूत
हेलो दोस्तो, मेरा नाम राहुल है और मैं एम एस एस का बहुत बड़ा फैन हूँ…
मैंने यहाँ की खूब सारी कहानियाँ पढ़ कर मूठ मारी है!! अब मुझे लगता है कि कोई और भी मेरी कहानी पढ़कर मूठ मार सके!! इसलिए मैं ये कहानी लिखने जा रहा हूँ…
बात एक साल पुरानी है।
मैं दिल्ली में शदीपुर में रहता था। मेरे मकान मलिक की बीवी जिन्हे मैं आंटी कहता था उस सेक्स की देवी के साथ, मैंने मेरा पहला सेक्स अनुभव किया है!! उनके बूब्स तो क्या कहूँ मानो जैसे तरबूजे हों।
दोस्तो, मेरी पर्सनालिटी कुछ खास नहीं है। मैं पतला लेकिन हैंडसम हूँ। लण्ड भी कुछ ज़्यादा बड़ा नहीं है, सिर्फ़ 7-8 इंच का होगा…
अब सीधा कहानी पर आता हूँ। एक दिन मैं अपने लैपटॉप पर ब्लू-फिल्म देख रहा था और अपना लण्ड हिला रहा था।
मैंने अपना रूम अंदर से बंद तो किया था, लेकिन मैं भूल गया था कि मेरे रूम के बगल में ही मकान मलिक का स्टोर रूम था और इसलिए मेरे रूम की दूसरी चाबी उनके पास थी।
उस दिन मकान मालकिन यानी की शर्मा आंटी कुछ समान निकालने के लिए अंदर आ गईं और मैं एकदम से घबरा गया।
मुझे देख कर उन्हें हँसी आई पर उन्होंने कंट्रोल किया और दरवाजा अंदर से बंद करके मेरे तरफ गुस्से से देखने लगीं। मेरे तो तोते उड़ गये थे!!
क्या करूँ कुछ समझ नहीं आ रहा था तब आंटी मेरे पास आकर मुझसे बोलीं – ऐसे गंदे लड़के हमें हमारे घर में नहीं चाहिए… मैं अभी पुलिस को बुला कर तुम्हें यहाँ से निकलवा दूँगी…
मैं उनसे माफी माँगने लगा और गिड़गिड़ाने लगा, मुझे माफ़ कर दो!! मैं आपका कोई भी काम करूँगा, लेकिन मुझे पुलिस के हवाले मत करो… अगर केस हुआ तो मेरा फ्यूचर बर्बाद हो जाएगा।
आंटी की आँखों में एक अजीब सी चमक आई और उन्होंने मुझे बेड पर धकेल दिया। मैं समझ नहीं पा रहा था की यह क्या हो रहा है!!!
फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपने सारे कपड़े उतार कर खड़ा हो जाऊँ। मैंने मना किया तो वो फिर से धमकाने लगीं। मैं समझ गया की अब बचने का कोई रास्ता नहीं है तो मैंने सारे कपड़े उतार दिए।
मेरा लण्ड घबराहट के मारे सिकुड गया था…
आंटी ने मेरे लण्ड को देख कर कहा – तू तो गान्डू है, तेरा लण्ड तो बहुत छोटा है!! और उसे हाथ में लेकर हिलाने लगीं!! !!!
अब मेरी घबराहट दूर हो गई थी और मेरा लण्ड खड़ा हो रहा था… जब खड़ा हुआ तो आंटी ने कहा – नहीं यार, तेरा तो अच्छा ख़ासा लण्ड है, मैंने ज़बरदस्ती तुझे गान्डू कहा… मुझे सज़ा मिलनी चाहिए!! और उन्होंने अपनी साड़ी उतार फेंकी।
फिर मुझसे कहा – आजा, मेरे राजा आज तुझे जन्नत की सैर करा दूँ!!!
अब तो मैं खुशी के मारे पागल हो रहा था।
तभी आंटी ने मुझे हग किया और मेरे होंठों पर एक जोरदार किस किया। हम दोनों एक दूसरे की बाहों में ऐसे चिपक गये की मानो दो बदन एक जान।
फिर मैंने धीरे धीरे अपने हाथ उनके बूब्स पर लाए और उन्हें ब्लाउज के बाहर से ही दबाने लगा तो आंटी ने अपना ब्लाउज और ब्रा निकाल फेंका और बोलीं – चूस इनको!!
मैंने झट से उनके चुचों को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया और फट से उनका पेटीकोट और पैंटी निकल फेंकी और मेरे सामने एक कसी हुई और बालों से सजी हुई चूत थी, जो गीली थी।
मैंने उन्हें बेड पर लेटाया और जैसे ब्लू-फिल्म में देखा था, वैसे उनकी चूत चाटने लगा। पहले तो मुझे अजीब लगा लेकिन आंटी ने मेरा मुँह उनके चूत पर ऐसे दबाया की मेरा दम घुट रहा था!!
मैंने उन्हें बाजू किया और कहा – मैं ये नहीं कर सकता… तो उन्होंने कहा – ये उनके साथ पहली बार हुआ था कि किसी ने उनकी चूत चाटी हो और उन्हें बहुत अच्छा लगा… वो जब रिक्वेस्ट करने लगी तो मैं मान गया और चूत चाटने लगा!!
करीब 15 मिनट मे उन्होंने अपना पानी छोड़ दिया। अब मेरा लण्ड बहुत तन गया था तो मैंने उन्हें कहा – अब मेरी बारी है।
तो वो मुस्कुराईं और मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगीं। वो चूसने में मानो एक्सपर्ट थीं, मेरा पानी सिर्फ़ 2 मिनट में निकल गया।
मुझे बुरा लगा, लेकिन वो बहुत ही एक्सपर्ट निकलीं। उन्होंने मेरा लण्ड 5 मिनट में फिर खड़ा किया और कहा कि अब फाड़ डाल मेरी चूत!! !!! बुझा दे मेरी प्यास!! बहुत दिन से प्यासी हूँ…
मैंने भी देर नहीं की और अपना लण्ड उनके चूत के पर रख कर एक धक्का दिया और उनकी चूत मेरा पूरा लण्ड खा गई।
मैं धीरे धीरे अपना लण्ड हिला रहा था तो उन्होंने स्पीड बढ़ने को कहा। मैंने भी स्पीड बड़ा दी, वो अब खुशी से झूम रही थीं…
मैं 10 मिनट बाद झड़ गया और इस दौरान वो भी 2 बार झड़ चुकी थीं। हम दोनों अब थकान के मारे वैसे ही लेटे रहे और थोड़ी देर बाद आंटी उनका समान स्टोर रूम से लेकर निकल गईं।
उसके बाद हमने बहुत बार चुदाई की।
बिना हिचकिचाहट के मुझे मेल करें… मैं इंतजार करूँगा!!