भाई से अपनी चूत की सील खुलवा ली (Bhai Se Apni Chut Ki Seal Khulwa Li)
हैलो फ्रेंडस.. मेरा नाम प्रीति सिंह है और मेरी सेक्स स्टोरी मैं आप लोगों को सुनाने जा रही हूँ.. यह मेरे जीवन का पहली बार का सेक्स था।
मेरे घर में हम 4 लोग रहते हैं जिनमें मेरे अलावा मेरे पापा-मम्मी और भाई हैं।
हम लोग मथुरा में रहते हैं, पापा एक गवर्नमेंट एम्प्लोई हैं और मम्मी हाउसवाइफ हैं। मेरा भाई मुझसे दो साल छोटा है।
मैं आपको अपनी उम्र बताना चाहूंगी.. मैं अभी 21 साल की हूँ।
यह बात पुरानी है जब मैं BA फर्स्ट ईयर में थी और मेरा भाई तब बारहवीं में था।
मैं आपको बता दूँ कि मैं 12वीं में.. बहुत इंटेलिजेंट थी और अपनी क्लास में दूसरी रेंक पर थी। मेरा सेक्स में कोई इंटरेस्ट नहीं था। जब मैंने गर्ल्स कॉलेज में एडमिशन लिया था.. तब मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था लेकिन अपने कॉलेज फ्रेंड के साथ रह-रह कर.. मैं सेक्स मूवी वगैरह देखने लगी, कभी-कभी मेरा भी मन सेक्स करने को करने लगता था लेकिन मैं सेक्स करती किसके साथ?
ना कोई बॉयफ्रेंड था और अगर कोई बनाती भी.. तो पापा का डर था।
मैंने बहुत कण्ट्रोल किया और सिर्फ अपनी कामाग्नि को उंगली से बुझा कर शांत हो जाती थी।
एक बार की बात है.. जब पापा ड्यूटी पर गए हुए थे और भाई अपने दोस्त के साथ घूमने गया हुआ था, मम्मी भी पड़ोस वाली आंटी के साथ शॉपिंग पर गई हुई थीं, मैं घर में अकेली थी।
तभी अचानक से मेरा सेक्स मूवी देखने का मन करने लगा और मैंने नेट से कुछ पोर्न मूवी डाउनलोड की और देखने लगी।
उनको देखते-देखते मैं बहुत ही गर्म हो गई और अपनी चूत में उंगली करने लगी, मेरे मुँह से जोर से कामुक सिसकारियाँ निकलने लगी थीं।
तभी पता नहीं कहाँ से मेरा भाई आ गया और उसने मुझे ये सब करते हुए देख लिया।
मैं डर गई और जल्दी-जल्दी अपने कपड़े पहनने लगी और मेरा भाई मेरे कमरे से बाहर चला गया। फिर कुछ देर बाद.. मैंने भाई को जाकर ‘सॉरी’ बोला।
भाई ने मुझे कुछ भी नहीं कहा और कुछ देर ऐसे ही चुपचाप खड़े रहने के बाद.. मैंने भाई से कहा- भाई.. प्लीज किसी को कुछ मत बोलना.. वरना पापा मेरी वाट लगा देंगे।
मेरे भाई ने मुझे देखा और बोला- तू टेंशन मत ले.. मैं किसी को कुछ भी नहीं बताऊँगा.. जो तू कर रही थी.. वो आजकल हर लड़की करती है।
फिर मैंने उसको ‘थैंक यू” बोला और फिर वहीं बैठ गई।
मैंने उससे पूछा- भाई.. तेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या?
भाई ने कहा- नहीं..
फिर मैंने कुछ सोच कर बोला- भाई तू भी तो अपना हिलाता ही होगा?
भाई ने मुस्कुरा कर जवाब दिया- हाँ.. हिलाकर ही शांत होता हूँ।
फिर मेरे भाई ने मुझसे पूछा- तू ब्लू-फिल्म देखती है?
मैंने कहा- हाँ.. देखती हूँ..
भाई ने कहा- मेरे साथ देखेगी?
मैंने कहा- नहीं भाई.. हम भाई-बहन हैं।
भाई ने कहा- इतनी टेंशन क्यों कर रही है? सिर्फ देखेंगे.. कुछ करेंगे नहीं..
मैंने बोला- ठीक है..
और फिर मेरे भाई ने अपने लैपटॉप में एक मस्त सी पोर्न मूवी लगा दी।
हम दोनों बैठ कर मूवी देखने लगे। मूवी देखते-देखते मेरा भाई अपने लंड को बाहर निकाल कर हिलाने लगा।
मैंने बोला- भाई.. तू ये क्या कर रहा है?
भाई ने बोला- तू भी तो अपनी खोल कर फिंगरिंग कर रही थी.. और अब भी अगर तू चाहे.. तो अपनी खोल कर फिंगरिंग कर सकती है।
यह बात सुनकर मुझे भी जोश चढ़ गया और मैं भी गर्म हो चुकी थी, मैंने भी अपनी खोलकर फिंगरिंग करनी शुरू कर दी।
फिर मैंने अपने आप ही अपने भाई का लंड पकड़ लिया और उसको अपने मुँह में लेने लगी।
मैंने काफी देर तक उसके लंड को अपने मुँह में डाले रखा और उसको हिलाने लगी।
मैंने अपने भाई के लंड को बहुत देर तक चूसा और जब उसने पानी छोड़ दिया.. तो उसका पानी भी पी लिया।
मैंने अपने भाई को बोला- भाई.. फक मी.. प्लीज.. आज तोड़ दो मेरी सील.. और बना लो अपनी बहन को अपनी रखैल..
मेरा भाई यह सुनकर पागल हो गया और मुझे पकड़ लिया और मेरे होंठों पर किस करने लगा।
किस करते-करते वो मेरे मम्मों को दबा रहा था।
करीब आधे घंटे तक हमारी किसिंग चलती रही और किसिंग के काफी देर बाद.. भाई ने बोला- चल.. अब मेरा लंड चूस..
मैंने भी तुरंत उसका लंड मुँह में ले लिया और ऊऊउगुगुगू.. ऊऊउईईई.. अहहाह.. अहह.. अहहहह्हा अउम्म्म्म.. उम्म्म्म.. की मस्त मादक आवाजों के साथ उसके लंड को चूसने लगी।
करीब 15 मिनट के बाद.. मेरे भाई ने अपना पानी निकाल दिया और मैं उसका सारा पानी पी गई।
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और एक-दूसरे का सामान चूसने लगे।
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चूसते-चूसते काफी टाइम हो गया था और फिर मैंने अपने भाई से बोला- भाई.. प्लीज नाउ फक मी.. अब मुझसे और कण्ट्रोल नहीं हो रहा है।
मेरा भाई भी कम चालाक नहीं था.. वो भी मुझे खूब तड़पा रहा था और मेरी चूत में उंगली कर रहा था।
मेरे से तो रहा ही नहीं जा रहा था, मैं जोर-जोर से सिसकारियाँ ले रही थी ‘आहहाह अह..अहहाह.. उऔ औऔऔअ.. उईईईइ.. फक मी प्लीज.. अह..हाह.. प्लीज.. अब तो लंड डाल दे.. प्लीज.. फक मी हार्ड… मेरी चूत बहुत प्यासी है.. प्लीज.. और मत तड़पाओ..
फिर मेरे भाई ने अपना 6 इंच का लंड का टोपा मेरी चूत पर रखा और एक जोरदार झटका मारा और उसका टोपा अन्दर चला गया।
मेरी तो हालत ख़राब हो गई थी.. बहुत जबरदस्त दर्द हो रहा था।
इसी बीच.. उसने एक और जोरदार झटका मारा और इस बार उसका आधा लंड मेरी सील तोड़ते हुए अन्दर घुस गया।
मैंने भाई से बोला- भाई.. प्लीज इसे बाहर निकालो.. मैं मर जाऊँगी.. बहुत दर्द हो रहा है मुझे..
बेड पर खून आ गया था.. मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था।
फिर मेरा भाई मुझे किस करने लगा था और कुछ देर रुक गया और उसका आधा लंड ही मेरी चूत में था।
कुछ देर बाद.. मेरा दर्द कम होने लगा और मेरा शरीर शांत सा हुआ।
मेरे भाई ने फिर से एक और झटका मार दिया और उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुसता चला गया। इस बार भी मेरे मुँह से जोरदार चीख निकली और मुझे बहुत दर्द होने लगा।
लेकिन इस बार मेरा भाई मेरी नहीं सुन रहा था.. वो अपने लंड को ‘दनादन..’ मेरी चूत में पेले जा रहा था।
फिर कुछ देर बाद.. मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं भी भाई का साथ देने लगी थी। पूरे कमरे में हमारी चुदाई की ‘छप- छप’ की आवाजें आ रही थीं।
करीब 15 मिनट के बाद.. मेरा भाई झड़ने जा रहा था और मैं अब तक दो बार झड़ चुकी थी।