भाभी मेरी रंडी
हाय दोस्तों में इसका बहुत चाहने वाला हूँ। दोस्तों मेरा नाम राज है, उम्र 22 साल की है, लम्बाई 6, सुंदर लुकिंग है। में हरयाणा का रहने वाला हूँ, मेरी स्टोरी थोड़ी लंबी है, पर आपको पसंद आएगी।
में 2 महीने पहले पढ़ाई के लिए दिल्ली आया था। यहाँ पर मुझे जानने वाला कोई नहीं है, तो में वहाँ पर कमरा ढूँढने लगा था। मुझे एक प्रॉपर्टी डीलर ने घर दिखाया जो मुझे पसंद आया, उस घर मे सिर्फ़ दो लोग रहते थे, एक भैया और उनकी वाईफ, भैया की उम्र लगभग 35 साल थी और भाभी की उम्र 26 उनकी कोई संतान नहीं थी।
भैया एक कम्पनी मे काम करते है, जब की भाभी हॉट हाउस वाईफ है। भाभी देखने मे बहुत सुंदर है, उनके बूब्स तो ज़्यादा मोटे नहीं है, लेकिन 3230 38 होंगी लेकिन उनकी गांड देखने लायक है। भाभी बहुत ही फ्रेंक है, उन्होने लव मेरिज की है। में शुरू शुरू मे उनसे ज़्यादा बात नहीं करता था, बस पढ़ाई और काम से काम रखता था। बस शाम को में भैया के आने के बाद कुछ देर के लिये टीवी देखने उनके पास मे जाता था।
एक दिन भैया रात 10 बजे तक घर नहीं आए, तो भाभी ने मुझे बुलाया और कहा कि तुम्हारे भैया अब तक नहीं आए है। क्या में तुम्हारा फोन यूज़ कर सकती हूँ। तो मैने उन्हे अपना मोबाइल दे दिया था, भाभी ने बात करने के बाद बताया कि वो ट्रॅफिक जाम मे फंसे है, थोड़ी देर मे आ जाएँगे। वो फिर मुझसे कहने लगी कि आज मेरे मोबाईल मे बॅलेन्स नहीं था तुमने मेरी मदद की तो थॅंक्स।
मैने कहा कि अरे कैसी बात करती है आप, भाभी जी थेंक्स तो मुझे कहना चाहिए कि आपने मुझे अपना समझ कर मेरा मोबाइल यूज़ किया है। तभी वो हंसने लगी थी, हंसते हुए वो बड़ी सेक्सी लग रही थी। दिल किया कि अभी पटक कर चोद दूँ। लेकिन मैने अपने आप को रोक लिया था, तभी वो बोली कि तुम्हारा मोबाइल नम्बर तो दो कभी मुसीबत मे ज़रूरत पड़ सकती है। तो मैने उन्हे अपना नम्बर दिया उस दिन में मूठ मार कर सो गया था।
अगले दिन क्लास कि छुट्टी थी तो में 11 बजे तक कमरे पर सो रहा था, 11 बजे मेरा फोन बजा तो मेरी नींद खुली। तभी मैने फोन उठाया वो भाभी का था। हमने नॉर्मल बाते की और तभी वो बोली कि में अकेले बौर हो रही हूँ, तुम नीचे आ जाओ प्लीज़। मैने कहा ठीक है और फ्रेश होकर में नीचे चला गया था। उन्होने मुझे नाश्ता दिया और टीवी चालू किया। उन्होने रेड कलर का पंजाबी सूट पहना था। उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी। मैने जल्दी नाश्ता किया और उन्हे देखने लगा था।
वो मेरे बिल्कुल सामने बैठी हुई थी, मेरा लंड खड़ा हो गया था, वो हंसते हुए बोली ऐसे क्या देख रहे हो। तो में हड़बड़ा कर बोला कुछ नहीं भाभी, तो वो हंसने लगी थी और मेरा बहुत बुरा हाल था। वो बोली देखो मुझमे और तुम्हारी उम्र मे ज़्यादा फर्क नहीं है। हम दोस्त जैसे है बताओ तुम क्या देख रहे थे। मैने हड़बड़ाते हुए कहा कुछ नहीं पर आप इस ड्रेस मे बहुत सुंदर लग रही हो।
उन्होने मुझे कहा थेंक्स, तभी वो बोली क्या में एक बात पूछ सकती हूँ। मैने कहा हाँ पूछिए, उन्होने कहा क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है। में थोड़ा हैरान होकर बोला कि नहीं है। मैने पूछा क्यों क्या हुआ, वो बोली नहीं ऐसे ही पूछ रही थी, क्योकि तुम हरयाणा के रहने वाले हो तो मैने सुना है कि दिल्ली की लड़कियां उन्हे बहुत पसंद करती है, ज़रा बच के रहना और एक स्माइल दी।
मैने कहा ऐसा कुछ नहीं है, यहाँ की लड़कियां तो बहुत हाई स्टॅंडर्ड की है। उन्हे तो हम जैसे देसी जाट मे कहाँ दिलचस्पी होगी, वो बोली यही तो बात है पर तुम नहीं समझते और हंसने लगी थी। मुझे रियल मे उनकी बात समझ मे नहीं आई। लेकिन उनसे बात करते हुए मेरा लंड साला तब से खड़ा था और दुखने लगा था। फिर में ज़रूरी काम का बहाना बनाकर वहाँ से चला गया।
लेकिन मुझे उनकी बातो से ऐसा लग रहा था, की वो भी शायद मुझसे कुछ चाहती है। मैने अपने कमरे मे जाते ही मुठ मार कर अपना लंड शांत किया। रात को करीब दस बजे उनका मैसेज आया कि क्या सो गये हो, मैने रिप्लाई किया नहीं। नींद नहीं आ रही ऐसे ही लेटा था, उन्होने रिप्लाई किया किसके बारे मे सोच रहे हो रात को, मैने मज़ाक मे कहा आपके बारे मे सोच रहा था। मेरा मतलब आपकी दिन वाली बात के बारे मे, वो बोली ज़्यादा सोचोगे तो नींद उड़ जाएगी जनाब की, अब सो जाओ।
मैने कहा प्लीज़ बताओ ना कि देसी लड़को मे ऐसा क्या है जो लड़कियां पसंद करती है। वो बोली कि वक़्त आने पर सब बता दूंगी। अब बाए गुड नाईट, उसके बाद कैसे उन्होने मुझे कुछ नहीं कहा और फोन बंद कर दिया, अब मैने मन ही मन सोचा कि में अब कैसे उनको चोदूं, में ये सोचकर पूरी रात नहीं सोया था, लेकिन मुझे सुबह कब नींद आई मुझे नहीं पता था। अब सुबह भाभी का कॉल आया और मेरी नींद खुली, भाभी कहने लगी कि क्या तुम रात को नहीं सोये। अब में बिना कुछ कहे भाभी को सुनता रहा और वो बोलती गई, कुछ देर बाद हमारी बात खत्म हो गई, अब उठकर नहा लिया और बहुत देर तक भाभी के बारे में ही सोचता रहा में बस हर बार यही सोच रहा था कि मुझे कैसे भी भाभी की चूत मारनी है। तभी कुछ देर के बाद भाभी मेरे कमरे पर आ गई, में उन्हें ऐसे देख रहा था कि वो मेरे सामने नहीं, में उन्हें नींद में देख रहा हूँ।
तभी भाभी ने मुझे छुआ और फिर कहने लगी, अब तो जागो नींद से और हंसने लगी। तभी मैने कहा आप कब आए मुझे तो मालूम नहीं, वो कहने लगी तुम गहरी नींद में थे। अब हम दोनों बाते करते रहे भाभी मेरे पास बैठी थी, तभी उनकी नजर मेरे लंड पर गई और कहने लगी शायद तुम्हारे लंड को भूख लगी है।
अब मैने बिना डरे कहा कि हाँ इसे आपकी चूत चाहिए। भाभी कहने लगी तो देर किस बात की मेरी चूत को भी बहुत भूख लगी है। उसने बहुत दिनों से कुछ नहीं खाया है। मैने कहा कि आपको क्या पसंद है, तो उन्होने कहा कि जो आपको पसंद और फिर क्या था, मैने अपना हाथ उनकी कमर में डाला और कहा कि भाभी मैं आपसे बहुत बहुत प्यार करता हूँ और आपका होना चाहता हूँ, तो उन्होने कहा तो आपको रोका किसने है, अब हम एक दूसरे की बाँहों में समा गए थे। मैने अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए और उन्हे चूसने लगा।
वो मेरा साथ दे रही थी, मैं अपनी जीभ से उनके होंठो को चूस रहा था और उनके मुहं में घुसने की कोशिश कर रहा था और उन्होने थोड़ा सा मुहं खोला और मैं उनकी जीभ को अपनी जीभ से मिलने लगा। मैने उन्हे अपनी बाँहों में जकड़ लिया था और अब उन्हे किस कर रहा था।
मैं उनके बूब्स को अपनी छाती में रगड़ रहा था और उनकी गांड दबा रहा था। तभी मुझे होश आया कि ये सही जगह नहीं और हमने किस ब्रेक किया। उन्होने किस ब्रेक करने के बाद एक बार फिर से मेरे लिप्स को चूमा और फिर एक स्माइल दी।
फिर हम एक दूसरे को देखकर स्माइल करने लगे थे, अब हम दोनों कमरे से बाहर आ गये थे और मैने उन्हे बाईक पर बिठाया और होटल रूम में पर लेकर आया। होटल पहुंचने से पहले मैने एक शॉप से 10 कॉंडम ले लिए और वो ये देखकर हँसने लगी और कहने लगी कि लगता है, आज मेरी हालत खराब होने वाली है मैने स्माइल दी और कहा देखते जाइए।
रास्ते से मैने वोड्का और बियर की बॉटल भी ले ली थी और हम होटल रूम पहुंचे और पहुंचते ही मैने सामान अंदर रखा और भाभी गेट बंद करने लगी थी और गेट खोलकर वही खड़ी हो गई और हँसने लगी मैंने उनके पास जाकर उनका चेहरा पकड़ कर उन्हे किस करना शुरू किया।
मैं उनके लिप्स को चूसने लगा और उनका हाथ पकड़ कर अपनी पेंट पर लंड के ऊपर रखकर रगड़ने लगा था। अब मैने उनके बूब्स पकड़े और दबाने लगा वो कामुक होने लगी थी, वो बीच बीच में मेरे लिप्स को काटने लगी थी और लंड को दबाने लगी थी, मै उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था।
अब उन्होने किस करना छोड़ा और मेरी पेंट खोलने लगी, उन्होने मेरी पेंट ऊतारी और अंडरवियर नीचे करके लंड को रगड़ने लगी और मेरी तरफ देखकर हंसकर बोली मज़ा आएगा आज तो, फिर उन्होने लंड पर एक ज़ोरदार किस दिया और जीभ से लिक करने लगी थी।
मुझे तो अब जन्नत का मज़ा मिल रहा था। फिर उन्होने मेरा लंड मुहं में लिया और सक करने लगी थी। मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैने उनका सर पकड़ा और उनके मुहं को ही फक करने लगा था, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
कुछ देर बाद मैं उनके मुहं में ही झड़ गया वो पूरा वीर्य पी गई, तोड़ा सा होंठ से बाहर आ गया लेकिन मैने उनका मुहं पकड़ कर किस कर दिया। उन्हे बहुत अच्छा लगा फिर मैने उन्हे बेड पर लेटाया और उनके दोनों पैर फैलाए और उनकी चूत के आस पास किस करने लगा और लिक करने लगा था।
वो सिसकारियां ले रही थी और अपनी गांड उठा उठा कर मेरे मुहं को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी, उनके मुहं से स्स्स्सह ओउुउउ कि आवाज़े मुझे मज़ा दे रही थी। मैने उनकी चूत के होंठो को उंगली से खुज़ाया और फिर उन होंठो को अपने होंठो से किस करने लगा था।
मैं उन्हे स्मूच करने की कोशिश करने लगा था और भाभी तड़प गई थी। उनके मुहं से एक दम से निकला चोदो मुझे प्लीज जल्दी से, मेरे सच्चे पति में तुम्हारी हूँ, चूसो चाटो मज़ा आ गया और अब में पूरे जोश में उन्हें चोद रहा था। वो एक दम से अकड़ गई और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया था और में पूरा पानी पी गया और थोड़ी और मैने देर बाद चूत चाटी मेरा लंड फिर से कड़क हो गया था।
मैने बियर कि बॉटल खोली और भाभी के बूब्स पर डालकर पीने लगा। मुझे मज़ा आ रहा था मैने थोड़ी सी बियर ली और उसे उनकी चूत पर डाली और चाटने लगा था, भाभी भी मस्त हो गई थी। अब मैने बियर उन्हे दी और उन्होने उसे मेरे लंड पर डाला और चूसने लगी थी। बहुत देर तक ऐसे करने के बाद उन्होने कहा कि जान अब रहा नहीं जा रहा है, मेरी चूत फाड़ दो अब तो मैने उन्हे लेटाया और उनकी चूत में अपना लंड डालने कि कोशिश करने लगा था।
उनकी चूत बहुत गीली थी, लेकिन मैं अपना निशाना चूक गया था। उन्होने लंड पकड़ा और होल पर रखा और मुझे धक्का लगाने के लिए कहा, मैने धक्का लगाया और पूरा लंड चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया था। चूत बहुत टाईट थी क्योकि वो कभी कभी चुदवाती थी और मेरे और उनके दोनो के मुहं से थोड़ी सी चीख निकल गई। अब मैं रुक गया और दर्द कम होने के बाद धीरे धीरे प्यार से लंड अंदर बाहर करने लगा था, मुझे ऐसा मज़ा आ रहा था कि मैं क्या बताऊँ।
भाभी भी नशे में खो गई थी और वो बहुत कामुक आवाज़े निकाल रही थी, वो अपने पैरो से मेरी गांड दबा कर लंड को और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी और मुझे तेज़ी से चोदने को कह रही थी। अब मैने धक्के तेज़ कर दिए और उनको चूमने लगा और दबा कर बूब्स बड़ा रहा था। बहुत देर कि चुदाई के बाद मैं उनके अंदर ही झड़ गया और साथ साथ वो भी झड़ गई। चुदाई में वो दो बार झड़ी, इस चुदाई में इतना मज़ा आया कि मैं बयान नहीं कर सकता हूँ।
अब भाभी ने लंड लेते हुए मुझे अपनी बाँहों में जकड़ लिया और अपने पैरो को मेरी कमर में लपेट कर मुझसे चिपक कर मुझे किस करने लगी थी और फिर हम सो गए थे ।।