ये स्टोरी मेरी कजिन के साथ है. उसका नाम शालू है और वो आयरलैंड में रहती है. मेरी और उसकी बहुत अच्छी फ्रेंडशिप है और हम दोनों रोज़ फ़ोन पर बात करते है, तो मैंने ऍफ़बी पर भी अपना अकाउंट बनाया और वहां भी बहुत गर्ल्स के साथ सेक्स चैट किया है. हम दोनों भी यहाँ पर भी फ्रेंड बने और उसने मुझे उसके साथ कुछ करने के लिए बोला. मैं अपनी सिस्टर के साथ सेक्स चैट ट्राई किया. मैंने उसको बतायाम कि आई लाइक हर और मुझे उसके साथ फिजिकल रिलेशनशिप करनी है. तो उसे बहुत गुस्सा आ गया और उसने फिर मुझसे ११ बात नहीं की और और फिर ११ डेज बाद, मुझे पता चला कि.. वो इंडिया आ गयी है. तो…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम विक्की है और मैं हरियाणा का रहने वाला हु. मेरी ऐज २६ साल है, मेरी हाइट ५’ ११” और मैं कंप्यूटर इंजिनियर हु. आज जो कहानी मैं आप लोगो को बताने जा रहा हु, वो मेरी सच्ची कहानी है. मैं शुरू से ही भाभियों और आंटी लोगो को पसंद करता हु. वो भाभी और आंटी, जो थोड़ी मोटी होती है, वो मुझे बेहद पसंद है और मुझे उतेजित करती है. जब भी मैं किसी मोटी आंटी या भाभी को देखता हु और उसकी बाहर निकली गांड को देखता हु; तो मेरे मन में हलचल सी हो जाती है और मेरा लंड अपने काबू में नहीं रहता है. मेरे घर के साथ वाले घर में एक आंटी है पायल (नाम चेंज).…
हेलो दोस्तों, ये बात बहुत ज्यादा पुरानी नहीं है और एक दम सच्ची है. दोस्तों, मेरा नाम संजय है और मेरी उम्र ३४ साल है. मैं सेक्स का बहुत ठरकी हु और कोई ना कोई एक्सपेरिमेंट करता रहता हु. मेरा जितना सेक्स में इंटरेस्ट ज्यादा है, मेरी बीवी उतनी ही ठंडी है. वो सेक्स करती है. लेकिन सिर्फ मुझे खुश करने के लिए. अदरवाइज, उसका बस चले, तो वो सेक्स ही ना करे. मुझे तो समझ नहीं आता, कि कोई भी लड़की अपनी चूत को चुद्वाए बैगेर कैसे रह सकती है. ख़ैर मेरी किस्मत. लेकिन मेरी किस्मत उतनी बुरी भी नहीं है. क्योंकि मुझे कोई ना कोई गरम बदन की तपिश से खेलने को मिल ही जाता है. चलिए आपको बोर नहीं करते हु…
आओ कमला तुमने तो अब हमें भुला ही दिया है जैसे.” सेक्स से भरी नजरो से जमीनदार मोहन ने इस मजदुर औरत को देखा और उसकी गांड के ऊपर नजरें गडाए बैठा. “साहब, गेहूं की फसल की सीजन थी न, कटाई में अच्छी मजदूरी मिल जाती हैं इसलिए हम छोलपुर गए थे पति के साथ.” कमला ने अपने हलके पीले दांत दिखाते हुए कहा.
ये घटना मेरी एक क्लाइंट डॉक्टर पूजा (नाम चेंज्ड )की हे. जो मेरी रेग्युलर सर्विस लेटी हे. वो एक अनमेरिड फिमेल हे. उनकी उम्र ३८ साल हे. और उनका साइज़ ४०-३०-३८ हे वो अनमेरिड इस लिए हे क्यू की वो काली भी हे. उसकी बड़ी गांड हैं और मस्त गोल चुंचियां हैं. और उन्होंने डॉक्टर बनने के जनून में काफी वक्त भी लगा दिया था. लेकिन जिस्म को भी इंसान की तरह भूक लगती हे. जब मेने उन्हें देखा तो मेरा दिल उदास हो गया की इतनी ब्लैक लेडी के साथ में हेंडसम बॉय सेक्स करने में मज़ा नहीं आएगा. लेकिन ये मेरा जॉब हे और हर जॉब में थोडा बहोत अपनी पसंद के बगेर भी करना पड़ता हे.
हेलो रीडर्स, आप सभी को मेरा नमस्कार. मै विक्की हु और अम्बाला में रहता हु. मेरी हाइट ५’११” है और भगवान् की दया से ठीकठाक स्मार्ट भी हु. मेरी कहानी कोई कहानी नहीं, बल्कि मेरी जिंदगी है का एक किस्सा है. वैसे तो कई किस्से है, जो मै आपको सुनाना चाहता हु. लेकिन, आज मै आपको पहला किस्सा बताऊंगा. इस किस्से में सारी बातें सच्ची है, बस एक दो नाम बदल दिए है, मेरी जिन्दगी में सेक्स की शुरुवात हुई, जब मै १०thमें था. हलाकि मैने अपना पहला सेक्स १२th के बाद किया था. हुआ यु, कि मेरे डैड मेरी बुआजी से १० साल बड़े थे और मेरी बुआजी मुझसे सिर्फ ६ साल बड़ी है. बुआ जी की शादी की सिर्फ ८ महीने हुए…
हेलो फ्रेंड, क्या हाल है. आज मैं आपके लिए अपने जीवन की एक मजेदार चुदाई घटना लेकर आया हु. आज से पहले ये सिर्फ हम दोनों के बीच में थी और इस चुदाई कहानी को पढ़ने के बाद, आप सब को भी मालूम हो जायगी. मैंने अपनी कजिन को उसकी शादी से पहले चोदा.
हेल्लो दोस्त, मैं करन आपका दोस्त आपके लिए लेकर आया हूँ, एक न्यू सेक्स स्टोरी. उम्मीद है आपको पसंद आएगी. तो दोस्तों मैं आपको जयादा बोर न करते हुए, सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ. यह कहानी मेरी और मेरे दोस्त की बहन की है, जो घर में रहती है. एक बार छुट्टियों में मैं अपने घर आया हुआ था. मैं अपने घर पंहुचा सुबह १० बजे और फिर फ्रेश होकर अपने दोस्तों से मिलने निकल पड़ा. मैं अपने एक दोस्त के घर पंहुचा तो वो मुझे बाहर ही मिल गया.
आज मैं आप लोगो के साथ एक सेक्स स्टोरी शेयर कर रही हूँ. पहले मैं आप लोगो को अपना परिचय देन चाहती हूँ. मेरा नाम सुनैना है और मैं बनारस की रहने वाली हूँ. मेरी शादी को करीब ४ साल हो चुके है और मेरा ससुराल कानपूर में है. मेरे पति एक प्राइवेट कंपनी में मार्केटिंग जॉब में है जिसकी वजह से उनको हमेशा बाहर आना जाना लगा रहता है. शादी के टाइम मेरा बी.एड चल रहा था जिसकी वजह से मैं अपने मायके में रहती थी, पति अक्सर वहा आ जाते थे. मेरे पापा की डेथ हो चुकी थी और मेरे यहाँ और कोई नहीं था इसलिए मेरी मम्मी मेरे पति को बेटा जैसा मानती थी.