दोस्तों मैं अपनी एक मस्त कहानी आप लोगों को बताना चाहता हूँ। मेरे घर में रोज सुबह के समय घर का काम करने के लिए एक नौकरानी आती है। मैं रोज उसे देखता था, दिखने में अच्छी थी। एक दिन उसने मुझे उसे घूरते हुए देख लिया वो समझ गई

दोस्तों मैं अपनी एक मस्त कहानी आप लोगों को बताना चाहता हूँ। मेरे घर में रोज सुबह के समय घर का काम करने के लिए एक नौकरानी आती है। मैं रोज उसे देखता था, दिखने में अच्छी थी। एक दिन उसने मुझे उसे घूरते हुए देख लिया वो समझ गई
दोस्तो मैं आज जो वाकीया बता रहा हू वो मेरी सौतेले बहन का और मेरे संबंधो के बारे मे है. ये कहानी लिखने को मुझे मेरे बहन ने ही कहा है. तो पेश है ये कहानी मेरे बहन के ज़ुबानी. ही दोस्तो मेरा नाम ‘निकिता’ है पर घर मे मुझे
नमस्कार मित्रो, मेरा नाम अभय हैं और मैं आज आप को अपनी गरम पड़ोसन उर्मिला की बात बतानें जा रहा हूँ. वैसे उर्मिला आंटी कहना ही ठीक हैं क्यूंकि वो मुझ से 10 साल बड़ी हैं, करीब 30 की. उसका एक बेटा हैं जो 4 साल का हैं. उसका पति
हैल्लो दोस्तों, में राज एक बार फिर से आ गया हूँ अपनी एक और नई सच्ची घटना लेकर इस कहानी में कैसे मैंने अपने सामने वाली मारवाड़ी आंटी को चोदा वो सब में आज आप लोगों को बताने जा रहा हूँ. मेरा नाम राजेश है और मेरा रंग सांवला है
हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम विक्की है और आज में आपको एक ऐसी सच्ची स्टोरी बताने जा रहा हूँ जो मेरी माँ की चुदाई की है लेकिन उससे पहले में आपको मेरी मम्मी के बारे में कुछ बता देता हूँ। दोस्तों मेरी मम्मी का नाम वर्षा है और वो बहुत ही
जब से खलनायक फिल्म का गाना आया था कि चोली के नीचे क्या है चुनरी के पीछे, तब से मुहल्ले का मटरू धनिया के पीछे पगला गया था. इस बार वो उसे चोदने के लिए पीछे ही पड़ गया था, जहां तहां खेत, खलियान बस उसके पीछे घूमते घूमते और
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम कुलदीप है. कैसे हो आप सब? में इस सेक्स वेबसाइट का बहुत बड़ा फेन हूँ और इसको रेग्युलर पढ़ता हूँ.. मुझे इसकी सभी कहानियां पड़ना बहुत अच्छा लगता हैं खास कर घर की मेरा मतलब माँ और बेटा, भाई और बहन. तो फिर दोस्तों मैंने भी
हेलो दोस्तों, मेरा नाम प्रमोद है और मैं कोटा राजस्थान का रहने वाला हूँ दोस्तों मैं एक बार फिर से आप सभी के सामने हाजिर हूँ अपनी एक और सच्ची कहानी लेकर और वैसे पिछली बार मैंने अपने घर के सामने रहने वाली मोटी आंटी की गांड मारने की घटना
मैं आज से एक हफ़्ता पहले हॉस्टल से घर वापिस गया तो मेरी ज़िंदगी ही बदल गयी मैं अपनी पढ़ाई खत्म कर चुका था और अपनी बहन और माँ के पास जा रहा था। मैने फोटोग्राफी का कोर्स पूरा कर लिया था। मैं अपनी माँ गिरजा का 19 साल का
मैं अपने भाई की शादी में गया हुआ था. वहाँ मिली मुझे एक गाव की गोरी फूलमती… वो लड़की बेहद खूबसूरत थी…। 24 को मेरे भाई की शादी थी। मैं अपने घर से 20 तारीख को ही चला गया। क्योंकि गाव मे अक्सर लड़कियाँ आसानी से अपना सब कुछ दे