उफ्फ नयी भाभी को दिल खोल के प्यार दिया
हेल्लो मैं सनी आपका दोस्त फिर से आ गया एक और नयी आप बीती ले के….मेरी ही बिल्डिंग की एक और भाभी की कैसे चुदाई की….. मैं इस साइट की कहानिया नियमित अंतराल से पढता हूँ मुझे विशेष रूप से देवर भाभी वाली कहानिया पसंद आती है क्यों की भाभी कैसी भी हो हमेशा से ही ज्यादा सुंदर होती है और सेक्स के समय साथ भी बहुत देती है वो , और ये कहानिया पढ़ने के समय एक अलग सा महसूस होता है, लोग अक्सर भाभियोँ को गर्म बोलते है, लेकिन वो उन्हें सुंदर बोलता हू, क्यों की वो एक औरत है, कोई तापमान नहीं मेरी बिल्डिंग में एक नया जोड़ा आया जो की मेरे लेफ्ट साइड के फ्लैट में रहने आये थे …. भाभी का नाम नेहा, रंग गोरा और बॉडी एक दम स्लिम. वो डेल्ही की रहने वाली है . 1 साल पहले ही जब वो २० साल की थी तभी उसकी शादी अजय के साथ हो गयी थी. उस समय अजय की उमर 25 साल की थी. उनका रंग गोरा है और वो एक दम दुबले पतले हैं. वो एक मल्टी नॅशनल कंपनी मे काम करते हैं. उनके सास ससुर शादी के २ साल पहले ही एक्सपायर हो चुके थे. नेहा भाभी और में जल्दी ही फ्रेंड बन गए वो बहुत ही फ्रैंक है और मुझे कुछ छुपाती नहीं थी मुझसे एक दम खुला मज़ाक करती है. अजय भी हम दोनो के मज़ाक का खूब मज़ा लेते हैं और बीच बीच मे कॉमेंट भी करते रहते हैं.
ये 1 मंथ पहले की बात है. उनके पति को कंपनी के काम से 4 दिनो के लिए यूएसए जाना था. उनके पति की फ्लाइट रात के 10 बजे थी. उन्होने जाते समय मुझ से कहा “नेहा का हर तरह से ख्याल रखना. मेरे ज्यादा दोस्त नही है यहाँ पर..” मैंने बोला “ठीक है, भैया. मैं पूरा ख़याल रखूँगा.” और रात को मैं उनके घर पर ही सो जौ….आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है | नेहा को अकेले में डर लगता है तो रात को मैं उनके यहाँ ही सो गया और अपने रूम मेट को बता दिया और रात को मैं उनके यहाँ हॉल में सो गया……..अगले दिन सुबह जब वो बाथरूम से नहा कर बाहर आई तो उन्होंने अपने कमरे के दरवाजे को खेल के देखा कि मैं तो अभी तक सो रहा है. उन्होंने अभी कपड़े भी नही पहने थे, केवल एक टॉवल अपने बदन पर लपेट रखा था. वो वैसे ही हाल में आ गयी मैं एक दम बेख़बर सो रहा था.
उन्होंने अपने गीले बालो को मेरे गालो पर सहला दिया …मैं हड़बड़ा कर उठा और मेरी निगाह उनके उपर पड़ी तो वो शरम से लाल हो गयी. उन्होंने देखा मेरा लंड चड्ढि से बाहर निकला हुआ था. और एकदम टावर की तरह खड़ा था. उन्होंने आज तक ऐसा लंड कभी नही देखा था.मेरा लंड लगभग 7 .5 ″ लंबा और बहुत मोटा था. मेरे पति का लंड तो केवल 4 1/2″ लंबा था. वो सोचने लगी कि दोनों के लंड मे कितना फरक है. अजय का लंड छोटा और इसका बहुत मोटा और लंबा. भाभी बहुत ही सेक्सी है इस लिए इतना मोटा और लंबा लंड देखकर उन्हें जोश आने लगा. वो बहुत देर तक मेरे के लंड को देखती रही और सोचने लगी की काश मुझे इस लंड से चुदवाने का मौका मिल जाता.
उन्होंने मन ही मन सोचने लगी कि मैं तो उनका फ्रेंड हूँ अगर बॉयफ्रेंड बना लू तो इस से चुदवाने मे कोई रिस्क नही है. वैसे भी मुझसे बहुत हसी मज़ाक करता है और बातों बातों मे मेरे बदन पर हाथ भी लगा देता है . और वो भी एक दोस्त होने की वजह से बहुत पसंद करती थी. हम दोनो दोस्त की तरह रहते थे. वो धीरे से जाकर बेड पर मेरे बगल मे बैठ गयी और अपने हाथो से मेरे लंड को पकड़ लिया. थोड़ी देर मे मेरी नीद खुल गयी. मैंने जब उसे अपना लंड पकड़े हुए देखा तो बोला,
“भाभी आप, आप… ये क्या कर रही हो.” उन्होंने कहा “ तुम्हारा तो बहुत बड़ा है. उन्होंने इतना लंबा और मोटा लंड कभी नही देखा है. इस लिए वो इसे देख रही हू.” मैंने जोश और शरम से अपनी आँखे बंद कर ली. उनके हाथ लगाने से मेरा लंड और ज़्यादा टाइट हो गया. थोड़ी देर बाद मैंने आँखे खोली और बोला,
“भाभी, अब रहने दो. अपना हाथ हटा लो.” उन्होंने कहा “थोड़ा रुक जाओ, मुझे ठीक से देख लेने दो.” मैं कुछ नही बोला. वो अपने हाथो से मेरा लंड सहलाने लगी. थोड़ी ही देर मे मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं बोला “भाभी, अब इसे छोड़ दो नही तो इसका पानी निकल जाएगा.” उन्होंने कहा,
“मैं इसका जूस अपने मूह मे लेना चाहती हू. तुम इसका जूस मेरे मूह मे निकाल दो.” मैं बहुत ज़्यादा जोश मे आ गया था. मैंने उनके सर को पकड़ कर अपने लंड के पास कर दिया. उन्होंने मेरा लंड अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. थोड़ी ही देर मे मेरे लंड ने अपना जूस निकालना शुरू कर दिया और उन्होंने सारा का सारा का पाने मुह में ले लिया….. मेरे लंड का जूस एक दम गरम गरम था. उन्होंने वो सारा जूस निगल लिया. सारा जूस निगल जाने के बाद उन्होंने मेरे लंड को चाट चाट कर सॉफ कर दिया. फिर उन्होंने कहा “चलो, अब फ्रेश हो जाओ. 9 बज रहे हैं
मैं उनसे आँखे नही मिला पा रहा था. मैं चुप चाप उठा और बातरूम चला गया. वो किचन मे चाय बनाने चली गयी. उन्होंने अभी तक केवल टवल लपेट रखा था. मैं फ्रेश होने के बाद आकर सोफे पर बैठ गया. उन्होंने अभी तक केवल टवल ही पहना हुआ था. उन्होंने चाय लाकर दी. मैं अपना सर नीचे किए हुए चुप चाप चाय पीने लगा. भाभी भी मेरे साथ ही साथ चाय पीने लगी. चाय ख़तम होने के बाद वो मेरे बगल मे आकर बैठ गयी. उन्होंने अपना हाथ फिर से मेरे लंड पर रख दिया. मैं कुछ नही बोला. फिर उन्होंने अपनी टवल उपर कर दी तो मेरा लंड चड्डी फाड़ के बाहर आने लगा . उन्होंने मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया. 2 मिनट मे ही मेरा लंड फिर से एक दम टाइट हो गया.
मैं बोला “भाभी, आप तो मेरा लंड देखना चाहती थी और इसे देख भी चुकी हैं. प्ल्ज़, अब रहने दो.”
उन्होंने कहा,..“मैंने आज तक इंते बड़े लंड से कभी नही करवाया है. मैं आज इसका मज़ा भी लेना चाहती हू. तुम्हारे भैया का तो बहुत ही छोटा है. उनका तो केवल 4 1/2″ का ही है. मुझे उस से चुदवाने मे ज़्यादा मज़ा नही आता.” मैं कुछ नही बोला.
उन्होंने मेरा अंडरवियर खीच कर फेक दिया. अब मैंने उनके सामने एक दम नंगा हो गया. उन्होंने मेरे लंड को फिर से सहलाना शुरू कर दिया. थोड़ी देर बाद मेरा डर कुछ कम हो गया तो मैंने अपना एक हाथ उनके बूब पर रख दिया. उन्होंने कहा “देवर जी, इस तरह नही. उनका टवल तो खोल दो.” मैंने धीरे से उनका टवल खीच कर अलग कर दिया. अब वो भी मेरे सामने एक दम नंगी हो गयी. मैंने उनके बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया. भाभी और ज़्यादा जोश मे आने लगी तो उन्होंने मेरा एक हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर सटा दिया. मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. मैंने मेरे एक उंगली उनकी चूत मे डाल दी और अंदर बाहर करने लगा. वो एक दम बेकाबू सी होने लगी और उठ कर अपने पैरो पर बैठ गयी. मैंने अपना हाथ मेरे पीठ पर फिराना शुरू कर दिया.
फिर उन्होंने मेरे लंड का टोपा अपनी चूत पर रखा और दबाने लगी. मैंने जैसे ही थोड़ा सा दबाया तो उनके मूह से एक सिसकारी सी निकल पड़ी. मैंने बोला “क्या हुआ.” उन्होंने कहा “तुम्हारा लंड बहुत मोटा है इस लिए दर्द हो रहा है.” उन्होंने अपना होठ मेरे होठ पर रख दिया और मेरे होंठो को चूमने लगी. उन्होंने मेरे लंड को अपनी चूत से सटाये हुए थोड़ी देर तक अपनी कमर को हिलाना जारी रखा. थोड़ी ही देर मे जब उनका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने थोड़ा सा और ज़ोर लगाया. इस बार उनके मूह से चीख निकल गयी. अब मेरे लंड का टोपा भाभी की चूत मे घुस चुका था. वो उसी तरह थोड़ी देर तक रुकी रही.
जब उनका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने अपनी कमर को आगे पिछे करना शुरू कर दिया. अब मेरे लंड का टोपा उनकी चूत मे अंदर बाहर होने लगा. उनकी चूत ने मेरे लंड को थोड़ा सा रास्ता दे दिया था. अभी 2 मिनट भी नही हुए थे कि उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया. उनकी चूत एक दम गीली हो गयी और मेरा लंड भी एक दम भीग गया. अब किसी आयिल या क्रीम की ज़रूरत नही थी. मैंने थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो इस बार वो बहुत ज़ोर से चीख पड़ी. मेरा लंड उनकी चूत मे 2″ तक घुस गया. वो दर्द के मारे रुक गयी और चुप चाप बैठी रही. मैं भी जोश से एक दम बेकाबू हो रहा था. मैंने अचानक उनकी कमर को पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया. उनके मूह से एक जोरदार चीख निकल गयी तो मैंने अपने होठ उनके होंठो पर रख दिए. मेरा लंड उनकी चूत मे 3″ तक घुस गया था. उनकी चूत से थोड़ा खून भी आ गया. में उनकी कमर को पकड़ कर धीरे धीरे आगे पिछे करने लगा. मेरे होठ उनके होंठो पर थे.| 2-3 मिनट बाद उनका दर्द कुछ कम हो गया.भाभी अपना हाथ मेरे पीठ पर लपेट कर मेरे सीने से एक दम चिपक गयी और मेरा साथ देना शुरू कर दिया. मेरे बदन मे आग सी लग चुकी थी. उनकी साँसे बहुत तेज होने लगी और उनकी चूत ने फिर से पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है मेरा लंड और उनकी चूत दोनो और ज़्यादा गीले हो चुके थे. मेरा लंड अब 3″ तक आराम से उनकी चूत मे अंदर बाहर होने लगा था. मैं उनकी कमर को पकड़े हुए मेरे लैंड को तेज़ी से आगे पिछे कर रहा था. उन्होंने जोश के मारे अपनी आँखे बंद कर ली थी.
तभी उन्होंने मुझे फिर से अपनी तरफ ज़ोर से खीच लिया. वो फिर से चिल्लाई तो मैंने अपने होंठो से उनके होंठो को सील कर दिया. भाभी बोली की ऐसा लग रहा था कि किसी ने उनकी चूत मे चाकू घुसेड दिया हो. मेरा लंड अब तक उनकी चूत मे 5″ घुस चुका था. मै भी बहुत जोश मे आ गया था. मैंने तेज़ी से आगे पिछे करना शुरू कर दिया. वो भी बहुत ज़्यादा जोश मे आ चुकी थी और मेरा साथ दे रही थी. अभी तक मेरा लंड उनकी चूत मे केवल 5″ ही घुस पाया था. 5 मिनट भी नही बीते थे की मेरे लंड ने अपने जूस से उनकी चूत को भरना शुरू कर दिया. मेरे साथ ही साथ उनकी चूत ने भी अपना जूस छ्चोड़ना शुरू कर दिया. लंड का सारा जूस निकल जाने के बाद भी वो बहुत देर तक मेरा लंड अपनी चुत मे डाले हुए लेटी रही. जब मेरा लंड एक दम ढीला हो गया तब वो मेरे उपर से हट गयी. उन्होंने देखा कि मेरे लंड पर उनकी चूत का जूस और थोड़ा खून लगा हुआ था.मेरा लंड खून और जूस की वजह से एक दम गुलाबी दिख रहा था.
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे बाथरूम ले गयी. उन्होंने मेरा लंड और अपनी चूत को साबुन लगा कर सॉफ किया. उसके बाद हम दोनो नंगे ही बेडरूम मे जाकर बेड पर लेट गये. वो मुझ से चिपकी हुई थी.मैं उनकी पीठ को सहला रहा था और वो मेरे पीठ को सहला रही थी.
उन्होंने कहा “मुझे , तुम्हारे लंड से चुदवा कर बहुत मज़ा आया. जब कि अभी उन्होंने मेरा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर नही लिया है. तुमने आज के पहले कभी किसी के साथ किया है.” वो बोली ,
“नही, मैंने आज के पहले किसी के साथ नही किया है ( मैंने इसे झूठ बोला क्योंकि आप तो जानते हो की इनसे पहले मैंने मेरी तीन गर्लफ्रेंड और नीतू भाभी के साथ चुदाई की है). ये मेरा पहली बार था इसी लिए मेरा जूस बहुत जल्दी निकल गया. मुझे भी आज पहली बार ये मज़ा मिला है.”
उन्होंने कहा “मैं भी मुझे चुदवा कर खूब मज़ा लूँगी और तुम्हे भी खूब मज़ा दूँगी.” इतने मे मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था.
मैं बोला “भाभी, मुझे कहते हुए शरम आ रही है. अगर तुम्हे एतराज़ ना हो तो वो फिर से तुमको चोद दूं.”
उन्होंने कहा “मैं तो तुम्हारा लंड अब अपनी चूत मे ले चुकी हू. अब कैसी शरम. तुम जब चाहो मुझे चोद सकते हो. मैं तो अब तुम्हारी हू.”
में बोला “क्या मैं आपकी चूत को चाट सकता हू.”
उन्होंने कहा “तुमको इज़ाज़त लेने की क्या ज़रूरत है. तुम जैसा चाहो करो. अभी तो मुझे तुम्हारा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर लेना है.”
मैं उठ कर उनके उपर 69 की पोज़िशन मे लेट गया. मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. वो भी जोश मे थी. उन्होंने मेरा लंड अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. थोड़ी देर बाद मेरा लंड एक दम टाइट हो गया. मैं उनके उपर से हट गया और उनके पैरो के बीच आ कर बैठ गया.
उन्होंने मुझ से कहा,
“मेरी कमर के नीचे तकिया रख दो. इस से मेरी चूत उपर उठ जाएगी और तुमको चोदने मे आसानी हो जाएगी.” मैंने उनकी कमर के नीचे 2 तकिये रख दिए. फिर मैंने उनकी चूत के लिप्स को फैलाया और अपने लंड का टोपा बीच मे टिका दिया. मेरे लंड का टोपा अपनी चूत पर महसूस करते ही उनके सारे बदन मे सुरसुरी सी दौड़ गयी और वो लहलहा उठी…. फिर मैंने उनके पैरो को पंजे के पास से पकड़ कर दूर दूर फैला दिया.
उन्होंने मुझ से कहा “ मैं उनके पैरो को मेरे कंधे के पास सटा दू . मैंने उनके पैरो को मेरे कंधे के पास सटा दिया तो उनकी चूत और उपर उठ गयी.
मैं बोला, “भाभी, तुम्हारी चूत तो एक दम उपर उठ गयी.”
उन्होंने कहा “इस से तुमको अपना लंड उनकी चूत के अंदर घुसाने मे आसानी हो जाएगी और दूसरे जब तुम अपना पूरा लंड मेरी चूत मे घुसाने लगॉगे तो मुझे बहुत ज़्यादा दर्द होगा तब मैं उस दर्द की वजह से अपनी चूत को इधर उधर नही कर पाउन्गि और तुम आसानी से अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर डाल कर मुझे चोद सकोगे. मैं तुमसे एक बात और कहना चाहती हू.”
मैंने कहा “वो क्या.”
उन्होंने कहा “जब तुम अपना पूरा लंड मेरी चूत मे घुसाने की कोशिश करोगे तो मुझे बहुत दर्द होगा. मैं बहुत चिल्लाउन्गि और तड़पुँगी लेकिन तुम इसकी परवाह मत करना, अपना पूरा लंड मेरी चूत मे डाल देना और खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाना, रुकना मत.”
मैं बोला, “ठीक है, भाभी.”
फिर उन्होंने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी तरफ खीचा और मेरे होंठो पर अपने होठ रख दिए और कहा “चलो, अब शुरू हो जाओ.” मेरा लंड 5″ तक तो वो एक बार पहले ही अंदर ले चुकी थी लेकिन उनकी चूत अभी तक टाइट थी. मैंने उनके पैरो को मेरे कंधे पर दबाते हुए जैसे ही एक धक्का मारा तो मेरा लंड उनकी चूत के अंदर 5″ तक आसानी से चला गया. उनके चेहरे से लगा की जैसे उन्हें हल्का सा दर्द हुआ. उन्होंने मेरे सिर को पकड़ लिया और मेरे होंठो को चूमने लगी. मैंने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू कर दिया. मुझे जोश आने लगा और थोड़ी देर मे ही उनकी चूत से पानी निकल गया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है
अब उनकी चूत एक दम गीली हो गयी और मेरा लंड भी भीग गया. अब किसी आयिल या क्रीम की ज़रूरत नही थी.
उन्होंने से कहा “अब पूरे ताक़त के साथ अपना लंड मेरी चूत मे घुसाना शुरू कर दो, अब रुकना मत. पूरा लंड मेरी चूत मे घुसा देना और मेरे बाद बिना रुके ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाना.”
मैं बोला, “ठीक है, भाभी.”
मैंने उनकी टाँगो को ज़ोर से दबाते हुए एक जोरदार धक्का मारा तो उनकी चीख निकल गयी “आआहह…… … उईए……. माआ……” मेरा लंड उनकी चूत मे और ज़्यादा गहराई तक घुस गया.
उन्होंने पुछा “क्या हुआ. कितना घुसा है.”
मैं बोला “अभी तो केवल 6″ ही घुस पाया है.”
उन्होंने कहा “ मुझे बहुत दर्द हो रहा है. मैं बर्दास्त नही कर पा रही हू. तुम जल्दी से अपना पूरा लंड मेरी चूत मे डाल दो. मैं तुम्हारा ये लंबा और मोटा लंड जल्दी से अपनी चूत के अंदर लेना चाहती हू.” मैं ने फिर एक धक्का लगाया तो वो दर्द के मारे तड़पने लगी और उनके मूह से एक जोरदार चीख निकली. मेरा लंड उनकी चूत को फाडता हुआ और ज़्यादा घुस चुका था और उनकी बच्चेदानी के मूह को चूम रहा था.|उन्होंने चिल्लाते हुए ही मुझ से कहा “जल्दी करो, रूको मत. डाल दो अपना पूरा लंड मेरी चूत मे.” मैंने फिर से एक जोरदार धक्का मारा. उसे इस बार दर्द बर्दास्त नही हुआ. उनके मूह से फिर एक जोरदार चीख निकली. वो किसी मछली की तरह तड़पने लगी और अपने सर के बाल नोचने लगी. उनकी चेहरे पर पसीना आ गया और आँखो मे आँसू भर गये. मेरा लंड उनकी चूत मे और ज़्यादा गहराई तक घुस चुका था. मेरा लंड उनकी बच्चेदानी को पिछे धकेल रहा था. उन्होंने समझा कि अब मेरा पूरा लंड उनकी चूत मे घुस चुका है.
उन्होंने पुछा “क्या हुआ, पूरा घुस गया.”
मैं बोला “अभी नही, थोड़ा सा बाकी है.”
उन्होंने कहा “बाकी का लंड भी उनकी चूत मे जल्दी से डाल दो.”
मैंने पूरे ताक़त के साथ एक फाइनल धक्का मारा. वो दर्द से तड़पने लगी और सर के बाल नोचने शुरू कर दिए. उनकी आँखो से आँसू निकल रहे थे. मैं उनके चेहरे को देख रहा था और बोला “भाभी, अब मेरा लंड तुम्हारी चूत मे पूरा घुस चुका है.” वो भी मेरे दोनो बॉल्स को अपनी चूत पर महसूस कर रही थी.
उन्होंने कहा, “मेरे राजा , रूको मत. अब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. अभी मेरी चूत चौड़ी नही हुई है. जब तुम ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर मुझे चोदोगे तब मेरी चूत चौड़ी हो कर तुम्हारे लंड के साइज़ की हो जाएगी और मेरा दर्द ख़तम हो जाएगा. फिर मैं भी मज़ा ले सकूँगी.”
मैंने ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए. 20-25 धक्को के बाद उनका दर्द धीरे धीरे कम होने लगा और उनकी चूत ने इस बार ढेर सारा पानी छ्चोड़ दिया| अब उनकी चूत और ज़्यादा गीली हो चुकी थी. चूत गीला हो जाने की वजह से मेरा लंड ज़्यादा आराम अंदर बाहर होने लगा. जब मैंने 20-25 धक्के और लगा दिए तो उनकी चूत कुछ चौड़ी हो गयी और उनका दर्द एक दम ख़तम हो गया. फिर मुझे भी मज़ा आने लगा. उन्होंने चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ देना शुरू कर दिया.
उन्होंने कहा “अब तुम मेरे पैरो को छोड़ दो और मेरे बूब्स को मसल्ते हुए मेरी चुदाई करो.”
मैंने उनका कहा मान लिया और उनके पैरो को छोड़ दिया. फिर मैंने उनके दोनो बूब्स को अपने हाथो से मसल्ते हुए उनकी चुदाई शुरू कर दी. मैं ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा रहा था. वो भी चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी. उन्होंने मेरा सिर पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया और अपने होंठो को मेरे होंठो पर रख दिया | जब मैं धक्का लगाता तो वो अपना चूतड़ उपर उठा देती थी जिस से मेरा लंड उनकी चूत मे और ज़्यादा गहराई तक घुस जाता था. उनकी चूत के पानी से मेरा लंड एक दम गीला हो गया था. इस वजह से रूम मे फ़च फ़च की आवाज़ हो रही थी. मैं भी बहुत तेज़ी के साथ चोद रहा था. 10 मीं बाद मैंने उनकी कमर को बहुत ज़ोर से जाकड़ लिया और बोला “भाभी, मेरा जूस निकलने वाला है.”
उन्होंने कहा “तुम अपने लंड का जूस मेरी चूत मे ही निकाल दो.” तभी मेरी स्पीड और तेज हो गयी और 2 मीं मे ही मेरे लंड ने उनकी चूत को भरना शुरू कर दिया. मेरे साथ ही साथ उनकी चूत से भी पानी निकलने लगा. मैं एक दम भाभी से चिपक गया था. उसकी साँसे बहुत तेज़ चल रही थी. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है
थोड़ी देर बाद मैंने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाला और उनकी चूत को देखने लगा.
वो बोला “भाभी, तुम्हारी चूत तो एक दम सुरंग की तरह हो गयी है. मैं एक बात कहना चाहता हू, तुम बुरा तो नही मनोगी.”
उन्होंने कहा “मैं क्यों बुरा मानूँगी. अब तो तुम मेरे दोस्त से मेरे प्राइवेट पति हो गये हो.”
मैं बोला “जिस तरह तुम मुझे ग्लास मे पानी या जूस पीने के लिए देती हो, वो तुम्हारी चूत मे जूस भर कर पीना चाहता हू क्यों कि तुम्हारी चूत भी इस समय एक ग्लास की तरह दिख रही है.”
उन्होंने कहा,…“ठीक है, जा कर फ्रिज से जूस ले आ और इसमे भर कर पी ले.”
मैंने कहा “तुम अपना पैर इसी तरह उठा कर रखो जिस से ये सुरंग बंद ना हो जाए.” उन्होंने भी अपना पैर उसी तरह उठा कर रखा. मैंने फ्रिज से जूस ले कर आया. मैंने उनकी चूत मे जूस भरना शुरू कर दिया. पूरा 1 ग्लास जूस उनकी चूत मे समा गया.
मैं बोला “भाभी, तुम जानती हो, इस जूस मे कई तरह का टॉनिक मिला हुआ है.”
उन्होंने पुछा, “कौन सा टॉनिक.” वो बोला “इसमे जूस का टॉनिक तो है ही. लेकिन इस जूस मे तुम्हारी चूत और मेरे लंड का भी टॉनिक मिला हुआ है.”
वो हँसने लगी. मैं ने उनकी चूत पर मूह लगा कर उस जूस को पीना शुरू कर दिया. जब मैंने सारा जूस पी लिया तो
उन्होंने कहा “मुझे उस टॉनिक वाला जूस नही पिलाओगे.”
मैं बोला “क्यों नही.” मैंने फिर से उनकी चूत मे जूस भर दिया और वापस उसे ग्लास मे गिरा लिया. फिर उन्हें देते हुए बोला “लो, तुम भी ये जूस पी लो.” उन्होंने भी वो जूस पी लिया.
उन्होंने कहा “तुमने उनकी चूत इतनी चौड़ी कर दी कि इस मे 1 ग्लास जूस आने लगा.” इस पर मैं हँसने लगा और बोला “पहल तो आपने ही की थी. वो बाथरूम जाना चाहती थी लेकिन खड़ी नही हो पा रही थी. मैं उन्हें गोद मे उठा कर बाथरूम ले गया. बाथरूम के मिरर मे उन्होंने अपनी चूत को देखा तो उनकी चूत एक दम सुरंग की तरह दिख रही थी. वो अपनी चूत की इस हालत पर हँसने लगी. उसके बाद हम दोनो बाथरूम से वापस आ गये. बाथरूम से वापस आने के बाद वो कहा “मैं खाना बनाने जाती हू, तब तक आराम कर लो.” मैं बोला “ठीक है.” वो कपड़े पहन ने लगी तो मैं ने बोला “अब काहे की शरम. तुम इसी तरह एक दम नंगी ही खाना बना लो.” वो ठीक से चल नही पा रही थी. धीरे धीरे वो नंगी ही किचन मे खाना बनाने चली गयी. मैंने भी कपड़े नही पहने थे. मैं उसी तरह बैठ कर टीवी देखने लगा.
जब वो खाना बना कर बाहर आई तो उन्होंने मुझ से से पुछा “क्या तुम फिर से तय्यार हो.” मैं बोला “मैं तो कब से तय्यार हू और आपका इंतेज़ार कर रहा हू.” उन्होंने मेरा लंड मूह मे ले लिया और चूसने लगी. मेरा लंड 2 मिनट मे ही एक दम टाइट हो कर लोहे जैसा हो गया. उन्होंने मुझे लेट जाने को कहा. मैं लेट गया और वो मेरे उपर चढ़ गयी. उन्होंने मेरे लंड का टोपा अपनी चूत के बीच रखा और थोड़ा सा दबाया तो मेरा लंड उनकी चूत मे लगभग 2″ तक घुस गया. उन्हें थोड़ा दर्द हुआ और उनके मूह से एक हल्की सी चीख निकल पड़ी. मैं बोला, “क्या हुआ, भाभी. आप तो पूरा लंड अंदर ले चुकी हैं तो फिर क्यों चीख रही हैं.” उन्होंने कहा “तू नही समझेगा. एक बार चुदवाने से चूत थोड़े ही चौड़ी हो जाती है. जब मैं तुझसे 8-10 बार चुदवा लूँगी तब जा कर तेरा लंड मेरी चूत मे बिना दर्द के जाएगा.” उन्होंने थोड़ा और दबाया तो मेरा लंड उनकी चूत मे 4″ तक घुस गया. उनकी चूत मे फिर से दर्द होने लगा और वो कराह उठी. उन्होंने बिना और ज़ोर लगाए धीरे धीरे धक्का लगाना शुरू कर दिया| थोड़ी देर मे उनका दर्द कुछ कम हुआ तो उन्होंने थोड़ा और ज़ोर लगाया.
इस बार मेरा लंड उनकी चूत मे 6″ तक घुस गया और वो दर्द के मारे तड़पने लगी. मेरे चेहरे पर पसीना आ गया. उन्होंने फिर से धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए. कुछ देर बाद उनका दर्द जब कम हुआ तो उन्होंने इस बार एक गहरी सास लेकर अपने पूरे बदन का वजन डालते हुए मेरे लंड पर बैठ गयी. इस बार वो दर्द से तड़प उठी. उनकी आँखो मे आँसू आ गये. उनका चेहरा पसीने से भीग गया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है मेरा पूरा लंड उनकी चूत मे समा चुका था. वो थोड़ी देर तक मेरा पूरा लंड अपनी चूत मे डाले हुए मेरे लंड पर बैठी रही. 2-3 मीं बाद उन्होंने धीरे धीरे धक्का मारना शुरू किया. दर्द अभी भी हो रहा था लेकिन मज़ा भी आने लगा था. उन्होंने अपनी स्पीड थोड़ा तेज की तो उनका दर्द बढ़ गया लेकिन जो मज़ा मिल रहा था उनके आगे ये दर्द कुछ भी नही था. 25-30 धक्को के बाद उनका दर्द जाता रहा और मुझे खूब मज़ा आने लगा. उन्होंने अपनी स्पीड तेज कर दी. वो मेरे लंड पर हवा मे उछल रही थी. वो जब नीचे आती तो पूरे बदन के वजन के साथ मेरे लंड पर बैठ जाती थी. मुझे को भी खूब मज़ा आ रहा था. जब वो नीचे आती तब वो भी अपने चूतड़ को उठा देता था. 5 मिनट बाद ही उनकी चूत ने पानी छ्चोड़ दिया. पूरा पानी निकल जाने के बाद वो मेरे उपर से हट गयी.
वो बुरी तरह से हाफ़ रही थी. उनका चेहरा पसीने से लथ पथ था.
उन्होंने कहा “अब मैं डॉगी स्टाइल मे हो जाती हू. तुम मेरे पिछे से आकर मेरी चुदाई करो.” वो ज़मीन पर डॉगी स्टाइल मे हो गयी. और मैं उनके पिछे आ गया. मैंने उनकी चूत के लिप्स को फैला कर अपने लंड का टोपा बीच मे रख दिया तो वो बोली, “एक झटके से पूरा लंड डाल दो मेरी चूत के अंदर.” मैंने उनकी कमर को ज़ोर से पकड़ा और पूरी ताक़त के साथ एक झटका मारा और मेरा 7 .5 ″ का लंड सनसनाता हुआ उनकी चूत की गहराइयों मे समा गया. डॉगी स्टाइल मे होने की वजह से उनकी चूत एक दम दबी हुई थी इस लिए उन्हें मेरा मोटा और लंबा लंड अपनी चूत के अंदर लेने मे फिर से तकलीफ़ हुई. उनके मूह से एक जोरदार चीख निकल पड़ी.
उन्होंने कहा “रूको मत, ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे.” मैंने उनकी कमर को पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए. मैं उन्हें आँधी की तरह चोदने लगा. मेरा हर धक्का उन पर भारी पड़ रहा था. मेरा लंड उनकी बच्चेदानी को ज़ोर ज़ोर से ठोकर मार रहा था जैसे कोई उसकी पिटाई कर रहा हो.| 3-4 मिनट मे ही उनकी चूत रोने लगी और उसके आँसू निकल पड़े. मेरा लंड एक दम भीग गया और उनकी चूत मे आराम से अंदर बाहर होने लगा. मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी. वो हिचकोले खा रही थी. उनकी चूत से फ़च फ़च की आवाज़ निकल रही थी. 10 मिनट भी नही बीते थे कि उनकी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया. मैंने उनकी कमर को छोड़ कर उनके बूब्स को पकड़ लिया. फिर मैंने उनके बूब्स को मसल्ते हुए ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर उन्हें चोदने लगा. मेरा हर धक्का इतना तेज था कि वो हर धक्के के साथ आगे सरक जाती थी. मैं उन्हें इसी तरह चोदता रहा और वो आगे सरकती रही.
थोड़ी देर बाद उनका सिर ड्रॉयिंग रूम की दीवार से सट गया तो मैं बोला “भाभी, अब कहाँ भाग कर जाओगी.” और मैंने उन्हें एक दम आँधी की तरह चोदना शुरू कर दिया. अब वो आगे नही सरक पा रही थी इस लिए मेरा हर धक्का बहुत ज़ोर ज़ोर का लग रहा था | 15-20 मीं बाद उनकी चूत ने फिर से पानी छ्चोड़ दिया और इस बार उनके साथ ही साथ मेरे लंड ने भी पानी छ्चोड़ दिया और उनकी चूत भर गयी.
पूरा पानी उनकी चूत मे निकाल देने के बाद मैंने ने अपना लंड बाहर निकाला और जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा. मैंने उनकी चूत को चाट चाट कर सॉफ कर दिया और उसके बाद मैंने अपना लंड उनके मूह के पास कर दिया. उन्होंने भी मेरा लंड चाट चाट कर एक दम सॉफ कर दिया. उसके बाद हम दोनो एक दूसरे से लिपट कर वही ज़मीन पर लेट गये. इसी तरह 3 दिनो तक में उन्हें तरह तरह के स्टाइल मे चोदता रहा. उन्हें मुझ से चुदवाने मे बहुत मज़ा आ रहा था और मुझे उनकी कसी हुई चूत को चोदने में . अब उनकी चूत एक दम चौड़ी हो चुकी. मैं अब चाहे जिस स्टाइल मे उनकी चूत मे अपना लंड घुसाता उन्हें थोड़ा भी दर्द नही होता था और मेरा लंड उनकी चूत मे एक दम गहराई तक आराम से घुस जाता था. तो यह थी मेरी एक और सच्चाई …..
अभी तक मैंने मेरी बिल्डिंग की 18 औरतो भाभियो और लड़कियों की चुदाई की है…..उनकी कहानी भी है आगे,,,,.
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